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Khargone violence: कर्फ्यू में छह घंटे की ढील, बैंक-पोस्ट ऑफिस खोलने की अनुमति

मध्य प्रदेश के खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा (Khargone violence) के बाद लगा कर्फ्यू अब भी जारी है. बुधवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है. इसके साथ ही पोस्ट ऑफिसों और बैंकों को खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन वाहनों के इस्तेमाल पर अब भी पाबंदी है. इधर, एसीएस राजेश राजोरा और एडीजीपी विपिन माहेश्वरी ने दंगा ग्रस्त इलाकों का दौरा किया. उन्होंने प्रभावित स्थलों, घरों को देखा एवं दोनों पक्षों के साथ बैठक कर बातचीत की.

Khargoan violence
खरगोन सांप्रदायिक हिंसा
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Published : Apr 20, 2022, 9:27 AM IST

खरगोन : मध्य प्रदेश प्रशासन ने दंगा प्रभावित खरगोन जिले (khargone Violence) में कर्फ्यू में कुछ राहत दी है. आज बुधवार को सुबह 10 से शाम 4 बजे तक ढील रहेगी. इसके लिए मंगलवार को ही आदेश जारी कर दिए गए थे. हालांकि इस दौरान पुलिस प्रशासन कड़ी नजर रखेगा. राहत की बात है कि इस दौरान बैंकों और पोस्ट ऑफिसों को खोलने की भी अनुमति दी गई है. बैंक और पोस्ट ऑफिस 10 अप्रैल को हुई घटना के बाद से बंद थे. वहीं, छूट के दौरान वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा.

खरगोन में कर्फ्यू में छह घंटे की ढील

अधिकारियों ने किया दंगाग्रस्त इलाकों का दौरा: रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद एसीएस राजेश राजोरा और एडीजीपी विपिन माहेश्वरी ने दंगाग्रस्त इलाकों (Violence Affected Area) का दौरा किया. दौरे के बाद जिला कलेक्टर और एसपी को जरूरी निर्देश दिए. कलेक्टर अनुग्रह पी ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने दंगाग्रस्त इलाकों में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की. साथ ही शासन की तरफ से पीड़ितों को मिलने वाली एक करोड़ की राशि जल्द से जल्द वितरित करने के आदेश दिए हैं.

पीड़ितों को मकान बनाकर दिए जाएंगे: खरगोन कलेक्टर अनुग्रह पी (Collector Anugraha P) ने बताया कि सीएम की मंशा के अनुसार दंगा पीड़ितों को मकान बनाकर दिए जाएंगे. अभी सर्वे का कार्य चल रहा है, साथ ही रणनीति बनाई जा रही है. प्रशासन ने शांति समिति की बैठक ली है, जिसमें दोनों तरफ के प्रतिनिधियों की बातें सुनी गई हैं. एडीजीपी विपिन माहेश्वरी ने सभी से मिल-जुलकर रहने एवं शांति बनाए रखने को कहा है. उन्होंने आश्वस्त किया है कि उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी.

यह है पूरा मामला: राम नवमी के अवसर पर चल समारोह में समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे वहां भगदड़ मच गई. दोनों पक्षों का गुस्सा बढ़ा तो, विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बम भी फेंके थे. इस पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस मामले में सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. पुलिस ने 153 से ज्यादा लोगों को अब तक हिरासत में लिया है. वहीं सरकार के आदेश पर आरोपियों के मकानों को जमींदोज कर दिया गया.

यह भी पढ़ें- खरगोन में 'प्रधानमंत्री आवास योजना' के घर को तोड़े जाने के बाद नए घर की पेशकश

खरगोन : मध्य प्रदेश प्रशासन ने दंगा प्रभावित खरगोन जिले (khargone Violence) में कर्फ्यू में कुछ राहत दी है. आज बुधवार को सुबह 10 से शाम 4 बजे तक ढील रहेगी. इसके लिए मंगलवार को ही आदेश जारी कर दिए गए थे. हालांकि इस दौरान पुलिस प्रशासन कड़ी नजर रखेगा. राहत की बात है कि इस दौरान बैंकों और पोस्ट ऑफिसों को खोलने की भी अनुमति दी गई है. बैंक और पोस्ट ऑफिस 10 अप्रैल को हुई घटना के बाद से बंद थे. वहीं, छूट के दौरान वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा.

खरगोन में कर्फ्यू में छह घंटे की ढील

अधिकारियों ने किया दंगाग्रस्त इलाकों का दौरा: रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद एसीएस राजेश राजोरा और एडीजीपी विपिन माहेश्वरी ने दंगाग्रस्त इलाकों (Violence Affected Area) का दौरा किया. दौरे के बाद जिला कलेक्टर और एसपी को जरूरी निर्देश दिए. कलेक्टर अनुग्रह पी ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने दंगाग्रस्त इलाकों में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की. साथ ही शासन की तरफ से पीड़ितों को मिलने वाली एक करोड़ की राशि जल्द से जल्द वितरित करने के आदेश दिए हैं.

पीड़ितों को मकान बनाकर दिए जाएंगे: खरगोन कलेक्टर अनुग्रह पी (Collector Anugraha P) ने बताया कि सीएम की मंशा के अनुसार दंगा पीड़ितों को मकान बनाकर दिए जाएंगे. अभी सर्वे का कार्य चल रहा है, साथ ही रणनीति बनाई जा रही है. प्रशासन ने शांति समिति की बैठक ली है, जिसमें दोनों तरफ के प्रतिनिधियों की बातें सुनी गई हैं. एडीजीपी विपिन माहेश्वरी ने सभी से मिल-जुलकर रहने एवं शांति बनाए रखने को कहा है. उन्होंने आश्वस्त किया है कि उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी.

यह है पूरा मामला: राम नवमी के अवसर पर चल समारोह में समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे वहां भगदड़ मच गई. दोनों पक्षों का गुस्सा बढ़ा तो, विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बम भी फेंके थे. इस पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस मामले में सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. पुलिस ने 153 से ज्यादा लोगों को अब तक हिरासत में लिया है. वहीं सरकार के आदेश पर आरोपियों के मकानों को जमींदोज कर दिया गया.

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