कन्नूर : कन्नूर के पय्यान्नूर में एक व्यापारी के खिलाफ अपनी नाबालिग बेटी का इस्तेमाल कर पॉक्सो एक्ट (POCSO Act ) के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाले सब इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है.
क्राइम ब्रांच के डिप्टी एसपी की जांच में मामला मनगढ़ंत पाया गया. डिप्टी एसपी की रिपोर्ट के आधार पर, कन्नूर के डीआईजी के सेथुरमन ने एसपी(ग्रामीण) नवनीत शर्मा को विभागीय स्तर पर मामले की जांच करने का निर्देश दिया. घटना 19 अगस्त की है.
पय्यानूर में एक बेकरी में केक खरीदने आए एसआई ने पास की टायर सर्विस की दुकान के सामने अपनी कार खड़ी कर दी. दुकान के प्रबंधक शमीम ने एसआई को वहां से कार हटाने के लिए कहा क्योंकि इससे दूसरे वाहनों के आने जाने में दिक्कत हो रही थी. लेकिन एसआई अपनी गाड़ी को हटाने के लिए तैयार नहीं हुआ.
अधिकारी की शमीम के साथ बहस हो गयी. अगले दिन, अधिकारी वर्दी में दुकान पहुंचा और COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर मामला दर्ज करने की धमकी दी. साथ ही शमीम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उसने कार में बैठी उसकी(एसआई) बेटी के साथ दुर्व्यवहार किया. इसके बाद शमीम ने एसपी और मुख्यमंत्री के पास एसआई के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई.
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इस पर एसआई ने शमीम के भाई शिहाब को फोन कर धमकाया. विवाद के बाद, कन्नूर एसपी (ग्रामीण) नवनीत शर्मा ने पुलिस को पॉक्सो शिकायत की विस्तार से जांच करने का निर्देश दिया. विशेष शाखा की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि अधिकारी की ओर से चूक हुई है जिसके बाद एसआई को स्थानांतरित कर दिया गया..