तिरुवनंतपुरम : केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Kerala Pradesh Congress Committee- KPCC) के प्रमुख के सुधाकरण ने राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अनुशासनात्मक समितियां बनाई जाएंगी. यहां तक कि नेताओं के प्रदर्शन का मूल्यांकन भी किया जाएगा.
जिला कांग्रेस कमेटी के नव नियुक्त अध्यक्षों के लिए आयोजित दो दिवसीय नेतृत्व कार्यशाला में सुधाकरण ने पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दिए. सुधाकरण ने गुरुवार शाम को मीडिया से कहा कि पार्टी, पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां देगी और नियमित अंतराल पर उनके प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी. जो नेता प्रदर्शन नहीं करेंगे, उन्हें पदों से हटा दिया जाएगा.
केरल में 2021 के विधानसभा चुनावों (Kerala assembly elections-2021) में मिली करारी शिकस्त से उबरने की कोशिश कर रही कांग्रेस ने हाल में नेतृत्व में परिवर्तन किया.
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दो दिवसीय कार्यशाला के बाद मीडिया से बातचीत में सुधाकरण ने कहा था कि नेताओं को फ्लेक्स बोर्ड जैसी निजी प्रचार सामग्री को बढ़ावा देने से बचने तथा पार्टी केंद्रित एजेंडे का प्रचार करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में एक व्यक्ति-एक पद लागू किया जाएगा. हम कांग्रेस शासित सहकारी समितियों के संचालन की भी निगरानी करेंगे. साथ ही कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में मंच पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी भी रोकी जाएगी.
सुधाकरण ने डीसीसी नेताओं (DCC Leaders) से कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का अनुशासन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. उन्होंने अनुशासनहीनता के मामले में कड़ी कार्रवाई करने को लेकर आगाह किया.
केपीसीसी ने जिला और राज्य स्तर पर अनुशासनात्मक समितियां बनाने का फैसला किया है. साथ ही काडर तथा नेताओं को आगाह किया है कि पार्टी और उसके नेताओं की आलोचना पार्टी के भीतर ही होनी चाहिए, न कि सार्वजनिक मंचों पर.
(पीटीआई-भाषा)