तिरुवनंतपुरम : केरल राज्य सड़क परिवहन निगम ने एक नई पहल के तहत गैर संचालित बसों को शिक्षा विभाग को देने का निर्णय लिया है. बताया जा रहा है कि इन बसों को क्लासरूम में परिवर्तित किया जाएगा. पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत दो लो फ्लोर एसी बसों को शिक्षा विभाग को सौंपा जाएगा, जिन्हें तिरुवनंतपुरम स्थित मनक्कड़ के सरकारी विद्यालय में क्लासरूम बनाया जाएगा. इसपर राज्य के परिवहन मंंत्री एंटोनी राजू ने बताया कि फिलहाल निगम के विभिन्न डिपो में 100 करोड़ रुपये से अधिक की बसें मौजूद हैं. अगर यह प्रयोग सफल हुआ तो और भी बसों को कक्षा में परिवर्तित जाएगा.
इससे पहले भी पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा मुख्य पर्यटन केंद्रों पर बसों को 'शॉर्ट टाइम स्टे होम्स' में परिवर्तित किया गया था और यह प्रयोग सफल भी रहा था. पॉश होटलों के सस्ते विकल्प के रूप में स्लीपर कोच और शौचालय वाली बसों को पर्यटकों द्वारा काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी. इसमें एक बर्थ का चार्ज केवल 100 रुपये रखा गया था, जिसके साथ चादर, तकिए और कंबल का अलग से चार्ज लिया जाता है. साथ ही पर्यटकों को 16 बर्थ की पूरी बस को भी 1,600 रुपये में बुक करने का विकल्प दिया जाता है. बता दें कि केरल राज्य सड़क परिवहन निगम इस वक्त वित्तीय संकट से जूझ रहा है और अपने गैर-संचालन वाहनों के उपयोग करने के नए तरीके तलाश रहा है.
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