तिरुवनंतपुरम : देश में महिलाएं अलग-अलग क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं. वह किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं. बात काम करने की हो या फिर घूमने की, महिलाएं हमेशा से आगे रही हैं. इनमें बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो अकेले घूमना-फिरना पसंद करती हैं. केरल के कोट्टायम निवासी निधि शोषा कुरियन ने पूरे भारत की यात्रा अकेले ही कार में की. यात्रा करने से पहले निधि के मन में कई सवाल पैदा हुए जैसे यदि एक युवा लड़की पूरे भारत में अकेले यात्रा पर जाती है तो क्या होगा? लड़कियों के लिए देश कितना सुरक्षित है?
निधि ने अपनी यात्रा की शुरुआत कोच्चि से होते हुए की फिर पुदुचेरी, महाबलीपुरम, चेन्नई, गुंटूर, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, पुरी, भुवनेश्वर, कोलकाता होते हुए,हिमालय पहुंची वहां से वह दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, मुंबई, पुणे गई. कर्नाटक कोल्लूर, निधि से कासरगोड पहुंची. कन्याकुमारी और तिरुवनंतपुरम से होते हुए निधि ने यात्रा समाप्त की और कोच्चि पहुंची.
निधि ने हर दिन औसतन 250 से 300 किलोमीटर की दूरी तय की. वह अपने साथ एक रोलिंग बिस्तर और एक तंबू साथ लेकर चलती थी ताकि वह कहीं भी खाना बना ले. निधि ने 60 दिनों में लौटना का लक्ष्य तय किया था लेकिन निधि को यात्रा पूरा करने में 90 दिन से अधिक का समय लग गया.
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बता दें निधी ने अपनी यात्रा के लिए पैसे खुद जुटाए थे. निधि भारत की अकेले सैर करने वाली पहली केरल की महिला हैं. निधि ने ट्रैवल एफ नाम के फेसबुक पेज और एक यूट्यूब चैनल पर अपने यात्रा के अनुभवों को अपडेट और पोस्ट किया है. विजयन और मोहना कोच्चि के दंपती ने चायपत्ती बेचकर अपनी यात्रा के लिए धन जुटाया था और दुनिया के कई स्थानों की यात्रा की थी उन्होंने ही 7 फरवरी को कोच्चि के कलूर स्टेडियम गेट से निधि की यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी.