एर्नाकुलम: केरल में एर्नाकुलम के कन्वेंशन सेंटर में हुए धमाकों का आरोपी 48 वर्षीय डोमिनिक मार्टिन कोच्चि कदवंतरा एलमकुलम का मूल निवासी है. वह अब अपने परिवार के साथ थम्मनम में किराए के मकान में रह रहा है. मार्टिन, जिसने लंबे समय तक यहोवा के साक्षियों के साथ काम किया, उस समय बाइबल अध्ययन में सक्रिय था. स्पोकन इंग्लिश ट्रेनर के तौर पर काम किया. डोमिनिक मार्टिन, जो लंबे समय से खाड़ी में काम कर रहा था, एक महीने पहले ही घर लौटा था.
वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ थम्मनम में किराए के मकान में रहता था. जानकारी के अनुसार मार्टिन ने यहोवा के साक्षियों से नफरत के कारण विस्फोट की योजना बनाई. मार्टिन ने पुलिस को बताया कि उसने अकेले ही इन बम विस्फोटों को अंजाम दिया.
इस तरह दिया धमाकों को अंजाम: पुलिस को जांच के दौरान धमाके से जुड़ी जानकारी और वैज्ञानिक साक्ष्य मिले हैं. इससे यह पुष्टि हो गई कि धमाका मार्टिन ने ही किया था. मार्टिन का लंबे समय से यहोवा के गठबंधन के साथ विवाद चल रहा था. पुलिस ने कहा कि इसी के कारण उसने विस्फोट को अंजाम दिया. पुलिस को पता चला कि उसने छह महीने पहले ही धमाके की तैयारी शुरू कर दी थी. मार्टीन ने इंटरनेट के जरिए बम बनाना सीखा.
वह काफी समय से इंटरनेट पर बम बनाने के संबंध में जांच कर रहा था. विस्फोट के लिए सामग्री ऑनलाइन व्यवस्थित की गई थी और कुछ टूल किट स्थानीय स्तर पर खरीदे गए थे. रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल कर दूर से विस्फोट किया गया. डोमिनिक मार्टिन के मोबाइल फोन से इससे जुड़ी फुटेज मिली है. डोमिनिक मार्टिन के फोन में घटना की फुटेज भी है. वह सुबह छह बजे अपने घर से निकला था. मार्टिन 9.40 बजे कलामासेरी मेडिकल कॉलेज के पास कन्वेंशन सेंटर पहुंचा था.
वह स्कूटर से वहां पहुंचा और विस्फोटकों को दो आईईडी बक्सों में रख दिया. इसके बाद उसने बम अंदर पहुंचा और थोड़ी दूरी से रिमोट से उसे डेटोनेट किया. विस्फोट के समय वह हॉल में ही था. विस्फोट के बाद वह वहां से भाग निकला. पहले घर पहुंचकर फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया और फिर अपनी बाइक से कोडकारा पुलिस स्टेशन पहुंचा और दोपहर करीब 1:30 बजे सरेंडर कर दिया. मार्टिन के बयान और सौंपे गए फुटेज की जांच के बाद पुलिस ने टावर लोकेशन की भी जांच की, जिससे उसके बयानों की पुष्टि हुई.
मार्टिन ने वीडियो में क्या कहा: मार्टिन ने अपने फेसबुक वीडियों में कहा कि 'मेरा नाम मार्टिन है.. आप सभी हाल के घटनाक्रम को जानते हैं. यहोवा के साक्षियों के एक सम्मेलन में बम विस्फोट हुआ और इसके गंभीर परिणाम हुए. मैं ठीक से नहीं जानता कि क्या हुआ... लेकिन ऐसा हुआ. मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं. मैंने ही विस्फोट को अंजाम दिया था. क्यों? यह वीडियो अब आपको यह समझाने के लिए बनाया जा रहा है कि यह बम मेरे द्वारा ही विस्फोट किया गया था.'
उसने आगे कहा कि 'मैं 16 साल से इस आंदोलन का हिस्सा हूं. पहले तो इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया गया, इसे मजाक के तौर पर आगे बढ़ाया गया. लेकिन छह साल बाद मुझे एहसास हुआ कि यह आंदोलन गलत रास्ते पर जा रहा है और यह जो सिखा रहा है, वह देशद्रोह है और मैंने उनसे यह सब ठीक करने के लिए कहा. लेकिन उनमें से कोई भी इसे ठीक करने को तैयार नहीं था. मुझे कोई और रास्ता नहीं मिल रहा था.'
मार्टिन ने आगे कहा कि 'मुझे तो बस इस गलती का जवाब देना था. मुझे ऐसा निर्णय लेना पड़ा, क्योंकि मैं स्पष्ट रूप से जानता था और समझता था कि यह आंदोलन देश के लिए ख़तरा है. क्या हम इस गलत विचार को रोक सकते हैं.. ये आंदोलन हमारे देश के लिए जरूरी नहीं है... दूसरी बात यह है कि मैं अब पुलिस स्टेशन में पेश होने जा रहा हूं और मुझे ढूंढने की कोई जरूरत नहीं है..और किसी भी मीडिया को यह कहानी प्रसारित नहीं करनी चाहिए कि मैंने यह विस्फोट कैसे किया. इसलिए किसी को भी इसका खुलासा नहीं करना चाहिए.'
UAPA समेत FIR दर्ज: पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यूएपीए समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. संगठन ने मार्टिन के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसने यहोवा के साक्षियों के साथ काम किया था. संस्था के पीआरओ ने जवाब दिया कि ऐसा व्यक्ति उनका सदस्य नहीं है. लेकिन पीआरओ ने यह भी बताया कि इस नाम का एक व्यक्ति 4 साल पहले बाइबल अध्ययन के लिए आया था. मार्टिन का वीडियो संदेश वायरल होने के तुरंत बाद, फेसबुक पेज भी गायब हो गया. इस बीच, कन्वेंशन हॉल में हुए विस्फोट में जलकर मारी गई महिला की पहचान अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है.