नई दिल्ली : वरिष्ठ जदयू नेता के सी त्यागी ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि सरकार कोई प्रस्ताव देती है, तो वह केंद्र और तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों के बीच मध्यस्थता करना चाहेंगे.
त्यागी की टिप्पणी तब आई जब भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने मध्यस्थ के रूप में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक तथा जदयू नेता के नाम का सुझाव दिया.
केंद्र द्वारा कृषि कानूनों को निरस्त करने की संभावना से इनकार किए जाने तथा किसान संगठनों के अपनी मांग पर अड़े रहने के कारण दोनों पक्षों के बीच वार्ता रुक गई थी.
हजारों किसान संबंधित कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले त्यागी ने उल्लेख किया कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत चौधरी चरण सिंह और पूर्व उपप्रधानमंत्री दिवंगत देवीलाल के नेतृत्व में काम किया था और वह दशकों से किसानों के मुद्दों से जुड़े रहे हैं.
उन्होंने और मलिक ने विगत में महेंद्र सिंह टिकैत तथा मुलायम सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार के बीच मध्यस्थता की थी.
त्यागी ने कहा, 'यदि सरकार की ओर से इस बारे में कोई प्रस्ताव मिलता है, तो मैं वह भूमिका निभाना चाहूंगा.'