कटिहार: बिहार के कटिहार जिले के बारसोई में बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर हुए बबाल और पुलिस फायरिंग में तीन लोगों की मौत की खबर है, लेकिन पुलिस प्रशासन दो लोगों की मौत पर मुहर लगा रही है. इधर , इस मामले में एक दर्दनाक पहलू उभर कर सामने आया है. पुलिस गोलीकांड के शिकार हुए जिस सोनू को प्रदर्शनकारी बता रही है, वह प्रदर्शनकारी नहीं था.
कटिहार गोलीकांड में मारे गए सोनू के भाई को सुनिए : कटिहार पुलिस गोलीकांड में मारे गए सोनू के भाई मोनू ने कहा कि मैं बिजली विभाग में सुविधा एजेंट के तौर पर काम करता हूं. मैं बिजजली ऑफिस के अंदर मौजूद था. वहां पर प्रदर्शनकारी पत्थर चला रहे थे. मैंने भाई को कॉल कर बताया कि मैं ठीक हूं. ऑफिस का दरवाजा बंद था. मेरे फोन के बाद वो मुझे लेने बिजली ऑफिस आया था. वो बाहर में खड़ा था. इसी बीच, पुलिस वालों ने फायरिंग कर दी और उसकी मौत हो गई.
''जब मैं बिजली ऑफिस से निकला तो किसी ने बताया कि मेरे भाई सोनू को गोली लगी है. इसके बाद मैं सोनू को गोद में लेकर अस्पताल पहुंचा. पुलिसवालों ने मेरे भाई के सिर में गोली मारी थी. उसकी उम्र 21 साल थी. वो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की कोडिंग सीख रहा था.'' - मोनू कुमार, मृतक का भाई
'मेरा बेटा नहीं था प्रदर्शनकारी': सोनू के पिता ने अपनी आपबीती बतायी है. मानिकचंद्र साहा ने कहा कि सोनू अपने बड़े भाई को बचाने गया था. उसका बड़ा भाई और मेरा बेटा बिजली विभाग में डाटा ऑपरेटर का काम करता है. बुधवार को उसने फोन किया कि पापा यहां गोलियां चल रही है. मैंने उससे कहा कि बेटा कहीं छुप जाओ और खुद को सुरक्षित कर लो.
"सोनू को जब पता चला कि उसका बड़ा भाई गोलीबारी के बीच ऑफिस में फंसा है तो वह और मंझला बेटा बाइक पर बड़े भाई को बचाने चले गए. सोनू ने कहा कि पापा हम भईया को लेकर आते हैं. सोनू गया तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. गोली सोनू के सिर में लग गई."- मानिकचंद्र, मृतक सोनू के पिता
सोनू का भाई बिजली ऑफिस में करता था काम: बारसोई पुलिस फायरिंग में गोली के शिकार हुए सोनू की इलाज के दौरान कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गयी. इस मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इसमें कुछ लोग ऐसे थे जो बेकसूर और निहत्थे थे , उसमें सोनू भी था. दरअसल, बारसोई बाजार का रहनेवाले मानिकचंद्र साहा को तीन बेटे थे जिसमें एक मोनू महज दो महीने पहले बारसोई बिजली ऑफिस में डेटा ऑपरेटर पर जॉइंग किया था.
घटना स्थल पर पुलिस कर रही कैंप: फिलहाल , घटनास्थल पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. बारसोई में सन्नाटा पसरा है. जिला पदाधिकारी रविप्रकाश और पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और हालात को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन लोगों का आक्रोश चरम पर है.
'आत्मरक्षा में फायरिंग'- DM-SP: एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि घटनास्थल पर देखकर ऐसा लगता है कि सब कुछ प्लान के तहत हुआ है. लोग तोड़फोड़ करने लगे और उग्र हो गए. उपद्रवियों ने एक तरह से अधिकारियों को बंधन बना लिया था. बिजली कर्मी और पुलिस को चोटें आई हैं. वहीं डीएम रवि प्रकाश ने कहा कि अनुमति के बाद ही लोग प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन कुछ उपद्रवियों के कारण प्रदर्शन हिंसक हो गया. पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी.
"आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा गोली चलाई गई. पूरी घटना की जांच की जाएगी. दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. लोग सामान्य तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों को भी समझ नहीं आया कैसे प्रदर्शन अचानक उग्र हो गया."- जितेंद्र कुमार,एसपी, कटिहार
गोलीकांड पर प्रशासन ने जारी किया प्रेस रिलीज: कटिहार गोली कांड को लेकर प्रशासन की ओर प्रेस रिलीज जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि 26 जुलाई 2023 को लगभग 12:30 बजे कटिहार जिले के बारसोई थानान्तर्गत कथित बिजली की समस्या को लेकर थाना से लगभग 100 मीटर पूरब बारसोई अनुमण्डलीय कार्यालय परिसर स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पर लगभग 1 हजार की संख्या में स्थानीय नागरिकों के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया गया. उग्र प्रदर्शन के क्रम में भीड़ में सम्मिलित असमाजिक तत्वों के द्वारा बिजली कर्मियों पर हमला कर दिया गया.
पुलिसकर्मी और बिजली विभाग के कई कर्मी जख्मी: पुलिस के मुताबिक पुलिस टीम पर असमाजिक तत्वों ने लाठी डंडा और ईंट पत्थर चलाने शुरू कर दिए. पुलिस ने उपद्रवियों को पहले चेतावनी दी और चेतावनी नहीं मानने पर सीमित बल का प्रयोग किया गया. इसके बाद भी हालात आउट ऑफ कंट्रोल थे. पुलिस बल को बिजली कर्मियों की जान बचाने के लिए और आत्मरक्षा में फायरिंग करनी पड़ी. इस घटना में दो लोगों की मौत हुई है. इस घटना में लगभग 1 दर्जन पुलिसकर्मी और बिजली विभाग के कर्मी भी जख्मी हुए हैं.