लखनऊ : अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी अब पवित्र किताब कुरान पर याचिका दायर कर चौतरफा घिरते हुए नजर आ रहे हैं. वसीम रिजवी के खिलाफ देशभर के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. मुस्लिम समाज के हर फिरके ने इस याचिका की निंदा की है.
लखनऊ के शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने वसीम रिजवी के खिलाफ प्रदर्शन का एलान किया है. उन्होंने इस प्रदर्शन को 'तेहफुज़ ए कुरान' का नाम दिया है. रविवार को लखनऊ में बड़े इमामबाड़े पर होने वाले इस प्रदर्शन में शिया और सुन्नी समुदाय के साथ सभी धर्मों के लोगों को जुड़ने की अपील की गई है.
मौलाना कल्बे जवाद ने वसीम रिजवी की कड़ी निंदा करते हुए इस्लाम का दुश्मन करार दिया. मौलाना ने कहा कि सीबीआई जांच से बचने के लिए इस किस्म के बयान और याचिका उनके द्वारा दायर की जा रही हैं.
शिया समाज से खारिज हैं वसीम रिजवी
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि वसीम रिजवी इस्लाम और शिया समाज से खारिज हैं. रिजवी के खिलाफ लखनऊ के बड़े इमामबाड़े पर रविवार 14 मार्च को बड़ा प्रदर्शन होगा और सरकार से उसकी गिरफ्तारी की मांग की जाएगी.
कश्मीर के शिया धर्मगुरुओं ने की रिजवी की निंदा
जम्मू-कश्मीर के तमाम मुस्लिम संगठनों ने वसीम रिजवी के 'कुरान' पर याचिका दायर करने के कदम की निंदा की है और वसीम रिजवी का शरारती और दुर्भावनापूर्ण एजेंडे करार दिया है.
जम्मू-कश्मीर अंजुमन शरयी शीआन के अध्यक्ष आगा सैयद हादी ने वसीम रिजवी की निंदा करते हुए कहा कि कोई अकेला व्यक्ति खुद ऐसा कर ही नहीं सकता है. यह इस्लाम के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि इस कदम के जरिए मुसलमानों की एकजुटता खत्म करने की कोशिश की जा रही है.
वहीं, शिया धर्मगुरु आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी ने कहा कि वसीम रिजवी अपने इस कदम से खुद को इस्लाम से खारिज करते हैं. उन्होंने कहा कि हम कुरान में किसी भी तरह के बदलाव को स्वीकार नहीं कर सकते हैं. मुसमानों का यही इमान है और हकीकत भी है कि कुरान में कोई बदलाव नहीं हुआ है और न होगा.
मीरवाइज उमर फारूक ने बताया शरारती कदम
मीरवाइज उमर फारूक ने कुरान की कुछ आयतों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करने के वसीम रिजवी के कदम को शरारती और दुर्भावनापूर्ण एजेंडा बताया है. रिजवी की निंदा करते हुए उमर फारूक ने कहा कि यह जानबूझकर उठाया गया कदम है, जिसका उद्देश्य मुसलमानों को भड़काना और इस्लाम के खिलाफ इस्लामोफोबिया के एजेंडे को आगे बढ़ाना है, जो नफरत से भरा है.
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उन्होंने कहा कि पवित्र कुरान हर एक शब्द कयामत तक अपरिवर्तित रहेगा. कुरान अल्लाह का पवित्र धर्मग्रंथ है और दुनिया की कोई भी ताकत इसके किसी एक शब्द को बदल नहीं सकती है.