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करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी का निधन, एसएमएस अस्पताल में चल रहा था इलाज - Rajasthan hindi news

करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी का जयपुर में सोमवार देर रात निधन हो गया. उनकी निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ. कालवी का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा था.

Lokendra kalvi death
Lokendra kalvi death
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Published : Mar 14, 2023, 7:33 AM IST

Updated : Mar 14, 2023, 7:44 AM IST

जयपुर. करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में सोमवार देर रात निधन हो गया. कालवी साहब के नाम से मशहूर लोकेन्द्र सिंह का निधन हार्ट अटैक के कारण हुआ है. वैसे उनका जून 2022 में ब्रेन स्ट्रोक पड़ने के कारण उनका काफी लंबे समय से इलाज चल रहा था. उनका अंतिम संस्कार नागौर जिले में स्थित उनके पैतृक कालवी गांव में आज दोपहर में किया जाएगा.

लोकेन्द्र सिंह कालवी ने समाज के साथ राजनीति में भी अपना भाग्य आजमाया था. साल 2003 में उन्होंने बीजेपी से अलग नेता देवी सिंह भाटी के साथ सामाजिक न्याय मंच का गठन किया और सामाजिक न्याय मंच के बैनर तले राजस्थान विधानसभा चुनाव 2003 में चुनाव भी लड़े. हालांकि, उनकी पार्टी को सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिली थी. लोकेन्द्र सिंह राजस्थान विधानसभा चुनाव -2008 से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए थे. साल 2014 में वह लोकसभा चुनाव से पहले मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए थे. हालांकि, बाद में वे समाज के मंच पर सक्रिय होने के बाद सक्रिय राजनीति से दूर ही रहे.

करणी सेना बना चर्चा का विषय: लोकेंद्र सिंह कालवी ने भारत में जाति आधारित आरक्षण का पुरजोर विरोध करने के लिए साल 2006 में लोकेंद्र कालवी ने श्री राजपूत करणी सेना की स्थापना की थी. उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कड़ा प्रतिद्वंद्वी भी माना जाता था. राजे के पहले कार्यकाल के दौरान सरकार की कई नीतियों के खिलाफ कालवी ने सफलतम प्रदर्शनों का आयोजन किया था. कालवी ने भारत की जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था का विरोध कर नए विवाद को जन्म दिया था. अपने जीवन काल की ज्यादातर समय में फाल्गुनी राजपूत समाज का नेतृत्व किया और समाज की गरिमा से जुड़े मुद्दों को लेकर जोरदार तरीके से विभिन्न मंचों पर उठाया.

लोकेंद्र सिंह कालवी के पिता कल्याण सिंह कालवी राजस्थान के एक प्रमुख जनता दल के राजनेता थे. वे बाड़मेर निर्वाचन क्षेत्र से 1989 के आम चुनाव में 9वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित भी हुए थे. कल्याण सिंह कालवी पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के करीबी विश्वासपात्र में से एक थे. साल 1991 में उनके पिता पीएम चन्द्रशेखर सरकार के कैबिनेट मंत्री भी थे.

पढ़ें : श्री राजपूत करणी सेना की कार्यकारिणी भंग करने के लेटर का विरोध, पदाधिकारियों ने पत्र को बताया षड्यंत्र

बॉलीवुड को भी लिया था निशाने पर : लोकेंद्र सिंह कालवी ने बॉलीवुड के बड़े पर्दे और छोटे पर्दे के कई कार्यक्रमों का मुखर विरोध किया था. साल 2008 में राजस्थान में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म जोधा अकबर की रिलीज का विरोध करने के लिए श्री राजपूत करणी सेना का नेतृत्व किया. उन्होंने एकता कपूर के सीरियल जोधा अकबर का विरोध करते हुए जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में काफी हंगामा भी किया था. साल 2018 में उनकी करणी सेना ने रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण अभिनीत संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रिलीज होने से पहले काफी विरोध भी किया था. उन्होंने अपने विरोध में कहा था कि इस फिल्म में राजस्थान के राजपूत वंश की गरिमा के खिलाफ चित्रण किया गया है. करणी सेना ने जनवरी 2017 में एक फिल्म के सेट को भी रौंद डाला था.

जयपुर. करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में सोमवार देर रात निधन हो गया. कालवी साहब के नाम से मशहूर लोकेन्द्र सिंह का निधन हार्ट अटैक के कारण हुआ है. वैसे उनका जून 2022 में ब्रेन स्ट्रोक पड़ने के कारण उनका काफी लंबे समय से इलाज चल रहा था. उनका अंतिम संस्कार नागौर जिले में स्थित उनके पैतृक कालवी गांव में आज दोपहर में किया जाएगा.

लोकेन्द्र सिंह कालवी ने समाज के साथ राजनीति में भी अपना भाग्य आजमाया था. साल 2003 में उन्होंने बीजेपी से अलग नेता देवी सिंह भाटी के साथ सामाजिक न्याय मंच का गठन किया और सामाजिक न्याय मंच के बैनर तले राजस्थान विधानसभा चुनाव 2003 में चुनाव भी लड़े. हालांकि, उनकी पार्टी को सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिली थी. लोकेन्द्र सिंह राजस्थान विधानसभा चुनाव -2008 से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए थे. साल 2014 में वह लोकसभा चुनाव से पहले मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए थे. हालांकि, बाद में वे समाज के मंच पर सक्रिय होने के बाद सक्रिय राजनीति से दूर ही रहे.

करणी सेना बना चर्चा का विषय: लोकेंद्र सिंह कालवी ने भारत में जाति आधारित आरक्षण का पुरजोर विरोध करने के लिए साल 2006 में लोकेंद्र कालवी ने श्री राजपूत करणी सेना की स्थापना की थी. उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कड़ा प्रतिद्वंद्वी भी माना जाता था. राजे के पहले कार्यकाल के दौरान सरकार की कई नीतियों के खिलाफ कालवी ने सफलतम प्रदर्शनों का आयोजन किया था. कालवी ने भारत की जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था का विरोध कर नए विवाद को जन्म दिया था. अपने जीवन काल की ज्यादातर समय में फाल्गुनी राजपूत समाज का नेतृत्व किया और समाज की गरिमा से जुड़े मुद्दों को लेकर जोरदार तरीके से विभिन्न मंचों पर उठाया.

लोकेंद्र सिंह कालवी के पिता कल्याण सिंह कालवी राजस्थान के एक प्रमुख जनता दल के राजनेता थे. वे बाड़मेर निर्वाचन क्षेत्र से 1989 के आम चुनाव में 9वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित भी हुए थे. कल्याण सिंह कालवी पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के करीबी विश्वासपात्र में से एक थे. साल 1991 में उनके पिता पीएम चन्द्रशेखर सरकार के कैबिनेट मंत्री भी थे.

पढ़ें : श्री राजपूत करणी सेना की कार्यकारिणी भंग करने के लेटर का विरोध, पदाधिकारियों ने पत्र को बताया षड्यंत्र

बॉलीवुड को भी लिया था निशाने पर : लोकेंद्र सिंह कालवी ने बॉलीवुड के बड़े पर्दे और छोटे पर्दे के कई कार्यक्रमों का मुखर विरोध किया था. साल 2008 में राजस्थान में आशुतोष गोवारिकर की फिल्म जोधा अकबर की रिलीज का विरोध करने के लिए श्री राजपूत करणी सेना का नेतृत्व किया. उन्होंने एकता कपूर के सीरियल जोधा अकबर का विरोध करते हुए जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में काफी हंगामा भी किया था. साल 2018 में उनकी करणी सेना ने रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण अभिनीत संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रिलीज होने से पहले काफी विरोध भी किया था. उन्होंने अपने विरोध में कहा था कि इस फिल्म में राजस्थान के राजपूत वंश की गरिमा के खिलाफ चित्रण किया गया है. करणी सेना ने जनवरी 2017 में एक फिल्म के सेट को भी रौंद डाला था.

Last Updated : Mar 14, 2023, 7:44 AM IST
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