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Karnataka polls : खनन कारोबारी जनार्दन रेड्डी ने पार्टी चिन्ह का अनावरण किया, 12 उम्मीदवारों और घोषणापत्र की घोषणा की

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Published : Mar 27, 2023, 7:34 PM IST

कर्नाटक के पूर्व मंत्री और खनन कारोबारी जी जर्नादन रेड्डी (former Karnataka Minister and mining baron G Janardhana Reddy) ने अपनी नई पार्टी केआरपीपी का चुनाव चिन्ह फुटबॉल के अलावा 12 उम्मीदवारों और घोषणापत्र घोषित किया. साथ ही उन्होंने ने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने के अलावा किसानों व महिलाओं के लिए सहायता राशि देने की घोषणा की.

Mining baron Janardhana Reddy unveils party symbol
खनन कारोबारी जनार्दन रेड्डी ने पार्टी चिन्ह का अनावरण किया

बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और खनन कारोबारी जी जनार्दन रेड्डी (former Karnataka Minister and mining baron G Janardhana Reddy) ने अपनी नई पार्टी की घोषणा करने के लगभग तीन महीने बाद सोमवार को मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 'फुटबॉल' को अपना चुनाव चिन्ह, उम्मीदवारों की सूची और घोषणापत्र घोषित किया. रेड्डी, जो एक अवैध खनन मामले में आरोपी हैं, ने हाल ही में भाजपा के साथ अपने दो दशक पुराने संबंध को तोड़ते हुए 'कल्याण राज्य प्रगति पक्ष' (केआरपीपी) का गठन किया था. पार्टी का लोगो का अनावरण करने के बाद मीडिया से बात करते हुए रेड्डी ने कहा, 'जब मैं पहले राजनीति में था, तो हर कोई मेरे साथ फुटबॉल की तरह व्यवहार करता था, भले ही वे मेरे अपने हों या दूसरे या दुश्मन. अब मैं यह साबित करने के लिए मैदान में उतरा हूं कि मैं भी सबके साथ फुटबॉल खेल सकता हूं.'

हालांकि कुछ राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, केआरपीपी अपने वोटों में कटौती करके, विशेष रूप से बेल्लारी बेल्ट में कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा की चुनावी संभावनाओं पर कुछ प्रभाव डाल सकती है. केआरपीपी कुल मिलाकर कल्याण-कर्नाटक (पहले हैदराबाद-कर्नाटक) क्षेत्र के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों और उन निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जहां तेलुगु भाषी आबादी की काफी है. कोप्पल जिले के गंगावती से अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए और बल्लारी शहर विधानसभा क्षेत्र से अपनी पत्नी अरुणा लक्ष्मी की उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए रेड्डी ने आज 10 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की. इनमें महेश (हिरियूर), श्रीकांत बंदी (नागथन), मल्लिकार्जुन नेक्कंती (सिंधनूर), नागेंद्र नेरालेकुंटे (पवागड़ा), महबूब (इंडी), लल्लेश रेड्डी (सेदम), अरेकेरे कृष्णा रेड्डी (बागेपल्ली), भीमा शंकर पाटिल (बीदर दक्षिण) , दरप्पा नायक (सिरुगुप्पा) और डॉ चारुल (कनकगिरी) आदि शामिल हैं. रेड्डी ने कहा कि लगभग 15 जिलों में उनकी पार्टी का संगठनात्मक काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रा कर रहे हैं, जहां विकास की कमी है. रेड्डी ने कहा कि वहां के लोगों को उनसे और उनकी पार्टी से उम्मीद है कि वे उनके गांव में बदलाव लाएंगे और देश में विकास करेंगे.

रेड्डी के केआरपीपी के आज जारी किए गए घोषणापत्र में 5 एकड़ से कम भूमि वाले किसानों के लिए सालाना 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता, किसानों के लिए हर दिन 9 घंटे लगातार मुफ्त बिजली की आपूर्ति, 5 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वालों को आरोग्य श्री स्वास्थ्य कवर शामिल हैं. इसके अलावा घर चलाने वाली महिलाओं के लिए 2,500 प्रति माह वित्तीय सहायता, हर घर को 250 यूनिट मुफ्त बिजली, बेरोजगार युवाओं को 2,500 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया. अन्य वादों में बिना घरों वाले परिवारों के लिए महिलाओं के नाम पर 2बीएचके घर और कुछ सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में वृद्धि शामिल है.

एक नए राजनीतिक दल की घोषणा को मोटे तौर पर रेड्डी द्वारा अपनी राजनीतिक साख पर फिर से जोर देने के प्रयास के रूप में देखा जाता है. रेड्डी चूंकि वह अपने गृह जिले में प्रवेश पर अदालत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध की वजह वह बेल्लारी जिले के बाहर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उन्होंने अपनी पत्नी को वहां से मैदान में उतारा है. खनन घोटाले में कथित भूमिका के लिए सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से रेड्डी लगभग 12 वर्षों से राजनीतिक रूप से निष्क्रिय थे.2018 के विधानसभा चुनावों से पहले, जेपी नड्डा के नेतृत्व वाली पार्टी ने उनसे खुद को अलग कर लिया था. वहीं तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि भाजपा का जनार्दन रेड्डी से कोई लेना-देना नहीं है. करोड़ों रुपये के अवैध खनन मामले में आरोपी रेड्डी 2015 से जमानत पर बाहर हैं और शीर्ष अदालत ने अपने आदेश में कई शर्तें लगाई थीं, जिसमें उन्हें कर्नाटक के बेल्लारी और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर और कडप्पा में जाने से रोकना भी शामिल था.

ये भी पढ़ें - टीपू सुल्तान की हत्या किसने की, इस मुद्दे पर उलझी भाजपा, वोक्कालिगा समुदाय में नाराजगी

(PTI)

बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और खनन कारोबारी जी जनार्दन रेड्डी (former Karnataka Minister and mining baron G Janardhana Reddy) ने अपनी नई पार्टी की घोषणा करने के लगभग तीन महीने बाद सोमवार को मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 'फुटबॉल' को अपना चुनाव चिन्ह, उम्मीदवारों की सूची और घोषणापत्र घोषित किया. रेड्डी, जो एक अवैध खनन मामले में आरोपी हैं, ने हाल ही में भाजपा के साथ अपने दो दशक पुराने संबंध को तोड़ते हुए 'कल्याण राज्य प्रगति पक्ष' (केआरपीपी) का गठन किया था. पार्टी का लोगो का अनावरण करने के बाद मीडिया से बात करते हुए रेड्डी ने कहा, 'जब मैं पहले राजनीति में था, तो हर कोई मेरे साथ फुटबॉल की तरह व्यवहार करता था, भले ही वे मेरे अपने हों या दूसरे या दुश्मन. अब मैं यह साबित करने के लिए मैदान में उतरा हूं कि मैं भी सबके साथ फुटबॉल खेल सकता हूं.'

हालांकि कुछ राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, केआरपीपी अपने वोटों में कटौती करके, विशेष रूप से बेल्लारी बेल्ट में कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा की चुनावी संभावनाओं पर कुछ प्रभाव डाल सकती है. केआरपीपी कुल मिलाकर कल्याण-कर्नाटक (पहले हैदराबाद-कर्नाटक) क्षेत्र के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों और उन निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जहां तेलुगु भाषी आबादी की काफी है. कोप्पल जिले के गंगावती से अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए और बल्लारी शहर विधानसभा क्षेत्र से अपनी पत्नी अरुणा लक्ष्मी की उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए रेड्डी ने आज 10 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की. इनमें महेश (हिरियूर), श्रीकांत बंदी (नागथन), मल्लिकार्जुन नेक्कंती (सिंधनूर), नागेंद्र नेरालेकुंटे (पवागड़ा), महबूब (इंडी), लल्लेश रेड्डी (सेदम), अरेकेरे कृष्णा रेड्डी (बागेपल्ली), भीमा शंकर पाटिल (बीदर दक्षिण) , दरप्पा नायक (सिरुगुप्पा) और डॉ चारुल (कनकगिरी) आदि शामिल हैं. रेड्डी ने कहा कि लगभग 15 जिलों में उनकी पार्टी का संगठनात्मक काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रा कर रहे हैं, जहां विकास की कमी है. रेड्डी ने कहा कि वहां के लोगों को उनसे और उनकी पार्टी से उम्मीद है कि वे उनके गांव में बदलाव लाएंगे और देश में विकास करेंगे.

रेड्डी के केआरपीपी के आज जारी किए गए घोषणापत्र में 5 एकड़ से कम भूमि वाले किसानों के लिए सालाना 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता, किसानों के लिए हर दिन 9 घंटे लगातार मुफ्त बिजली की आपूर्ति, 5 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वालों को आरोग्य श्री स्वास्थ्य कवर शामिल हैं. इसके अलावा घर चलाने वाली महिलाओं के लिए 2,500 प्रति माह वित्तीय सहायता, हर घर को 250 यूनिट मुफ्त बिजली, बेरोजगार युवाओं को 2,500 रुपये मासिक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया. अन्य वादों में बिना घरों वाले परिवारों के लिए महिलाओं के नाम पर 2बीएचके घर और कुछ सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में वृद्धि शामिल है.

एक नए राजनीतिक दल की घोषणा को मोटे तौर पर रेड्डी द्वारा अपनी राजनीतिक साख पर फिर से जोर देने के प्रयास के रूप में देखा जाता है. रेड्डी चूंकि वह अपने गृह जिले में प्रवेश पर अदालत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध की वजह वह बेल्लारी जिले के बाहर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उन्होंने अपनी पत्नी को वहां से मैदान में उतारा है. खनन घोटाले में कथित भूमिका के लिए सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से रेड्डी लगभग 12 वर्षों से राजनीतिक रूप से निष्क्रिय थे.2018 के विधानसभा चुनावों से पहले, जेपी नड्डा के नेतृत्व वाली पार्टी ने उनसे खुद को अलग कर लिया था. वहीं तत्कालीन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि भाजपा का जनार्दन रेड्डी से कोई लेना-देना नहीं है. करोड़ों रुपये के अवैध खनन मामले में आरोपी रेड्डी 2015 से जमानत पर बाहर हैं और शीर्ष अदालत ने अपने आदेश में कई शर्तें लगाई थीं, जिसमें उन्हें कर्नाटक के बेल्लारी और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर और कडप्पा में जाने से रोकना भी शामिल था.

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(PTI)

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