बेंगलुरु : कर्नाटक विधान परिषद में सामान्य बहुमत हासिल करने में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंगलवार को महज एक सीट से चूक गई. निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि पार्टी ने राज्य के 20 स्थानीय प्राधिकरणों के निर्वाचन क्षेत्रों से 25 में से 11 सीट पर जीत हासिल की. इसके लिए 10 दिसंबर को द्विवार्षिक चुनाव हुए थे और आज मतगणना हुई.
अधिकारियों ने बताया कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी 11 सीट पर कब्जा करने में सफल रही, जबकि जद (एस) को दो सीट पर जीत मिली. एक निर्दलीय उम्मीदवार प्रतिष्ठित बेलगावी निर्वाचन क्षेत्र की दो सीट में से एक पर जीत हासिल करने में सफल रहा है.
इन परिणामों के साथ, 75 सदस्यीय 'उच्च सदन' में भाजपा की संख्या 32 से बढ़कर 37 हो गई, जबकि कांग्रेस की संख्या 29 से घटकर 26 हो गई, और जद (एस) की संख्या 12 से घटकर 10 हो गई.
गौरतलब है कि दस दिसंबर के चुनावों में सभी 25 सीटों पर 99 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. इन सीटों के लिए 90 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें भाजपा और कांग्रेस के बीस-बीस और जद (एस) के छह प्रत्याशी भी शामिल थे.
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इस चुनाव के लिए मतदाताओं में शहरी और ग्रामीण स्थानीय निकायों के सदस्यों सहित निर्वाचित प्रतिनिधि शामिल थे. विधान सभा या लोकसभा चुनावों के विपरीत, परिषद के चुनाव अधिमान्य मतों द्वारा तय किए जाते हैं.
वर्ष 2015 में स्थानीय प्राधिकरण के निर्वाचन क्षेत्रों से पिछले विधान परिषद (एमएलसी) चुनावों के दौरान, भाजपा ने क्रमशः छह, कांग्रेस ने 14 और जद (एस) ने चार सीट जीती थीं, जबकि एक सीट निर्दलीय को मिली थी.