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कर्नाटक स्थानीय चुनाव : कांग्रेस, भाजपा दोनों ने किया जीत का दावा - karnataka urban local body polls

कर्नाटक के शहरी स्थानीय निकाय के चुनाव, ग्राम पंचायत और वार्डों के उपचुनावों के परिणाम के बाद सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पार्टी दोनों ने ही अपनी-अपनी जीत का दावा किया है. दोनों ही पार्टियों ने कहा है कि उनके पास जनता का बहुमत और विश्वास है.

Karnataka Local Elections: Congress, BJP
कर्नाटक स्थानीय चुनाव : कांग्रेस, भाजपा (फाइल फोटो)
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Published : Dec 30, 2021, 9:41 PM IST

बेंगलुरु : कर्नाटक में 58 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी), 57 ग्राम पंचायतों और 9 वार्डो (यूएलबी) के उपचुनावों के नतीजे सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस पार्टी के लिए मिलेजुले रहे हैं. दोनों ने जीत का दावा करते हुए कहा कि उनके पास जनता का बहुमत और विश्वास है. यूएलबी के चुनाव 3 साल की देरी से 27 दिसंबर को हुए थे. मतगणना शुरू होने के बाद रुझानों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच करीबी लड़ाई का संकेत दिया है.

हालांकि, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) को एक झटका लगा, क्योंकि कांग्रेस बांकापुरा नगर पालिका जीतने में कामयाब रही, जो हावेरी जिले के शिग्गावी निर्वाचन क्षेत्र में आती है, जिसका वह प्रतिनिधित्व करते हैं. वहीं विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने दावा किया कि यह परिणाम दिखाता है कि लोग भाजपा सरकार से निराश हैं. उन्होंने कहा कि नतीजों ने दिखाया है कि धनबल से चुनाव नहीं जीता जा सकता.

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सिद्धारमैया ने कहा, 'राज्यभर में स्थानीय निकायों की 1,187 सीटों के लिए हुए चुनावों में कांग्रेस ने 500 से अधिक सीटें जीती हैं और भाजपा 434 सीटें जीतने में सफल रही है और जद (एस) ने 45 सीटें जीती हैं. 100 से अधिक स्थानीय निकायों ने खंडित जनादेश दिया है. राज्य में कांग्रेस के प्रति एक लहर है.'

कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे कर्नाटक के लोगों के मूड को दर्शाते हैं. उन्होंने कहा, 'यह कांग्रेस और राज्य के लोगों की जीत है. न केवल ग्रामीण लोगों, बल्कि शहरी क्षेत्रों के लोगों ने भी पार्टी को अपना समर्थन दिया है.' उन्होंने कहा, 'लोगों ने हम पर विश्वास जताया है और हम भविष्य में उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.'

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सिद्धारमैया के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस कुछ नगर निगम सीटें जीतने में कामयाब रही है, जहां अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक है. बोम्मई ने कहा, 'उन्हें इससे खुश होने दीजिए. हमने उनसे अधिक ग्राम पंचायत सीटें जीती हैं. नगर निगमों में भी परिणाम अनुकूल हैं. भाजपा 2023 में सत्ता में वापस आने वाली है, सिद्धारमैया और कांग्रेस उस चुनाव की चिंता करें.'

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पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने सिद्धारमैया के दावों का उपहास उड़ाया और कहा कि 'वे एक ऐसे जोड़े की तरह खुश हैं, जिसे शादी के 25 साल बाद बच्चा हासिल हुआ है. हम जहां भी भाजपा जीतेंगे, हम विकास कार्य करेंगे और भविष्य के चुनावों में भाजपा को सत्ता में लाने की दिशा में प्रयास करेंगे.' कांग्रेस ने 14 वार्डो में, भाजपा ने 7 और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इसी तरह हावेरी तालुक का गुट्टाला नगर निगम भी कांग्रेस के खाते में गया.

विजयपुरा जिले में 6 नगर निगमों में से तीन में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. विजयपुरा जिला भाजपा का गढ़ माना जाता है. बेलगावी जिले में भी भाजपा चुनाव में जीत हासिल करने में नाकाम रही है और कांग्रेस को बढ़त मिली है.

बेंगलुरु : कर्नाटक में 58 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी), 57 ग्राम पंचायतों और 9 वार्डो (यूएलबी) के उपचुनावों के नतीजे सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस पार्टी के लिए मिलेजुले रहे हैं. दोनों ने जीत का दावा करते हुए कहा कि उनके पास जनता का बहुमत और विश्वास है. यूएलबी के चुनाव 3 साल की देरी से 27 दिसंबर को हुए थे. मतगणना शुरू होने के बाद रुझानों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच करीबी लड़ाई का संकेत दिया है.

हालांकि, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) को एक झटका लगा, क्योंकि कांग्रेस बांकापुरा नगर पालिका जीतने में कामयाब रही, जो हावेरी जिले के शिग्गावी निर्वाचन क्षेत्र में आती है, जिसका वह प्रतिनिधित्व करते हैं. वहीं विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने दावा किया कि यह परिणाम दिखाता है कि लोग भाजपा सरकार से निराश हैं. उन्होंने कहा कि नतीजों ने दिखाया है कि धनबल से चुनाव नहीं जीता जा सकता.

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सिद्धारमैया ने कहा, 'राज्यभर में स्थानीय निकायों की 1,187 सीटों के लिए हुए चुनावों में कांग्रेस ने 500 से अधिक सीटें जीती हैं और भाजपा 434 सीटें जीतने में सफल रही है और जद (एस) ने 45 सीटें जीती हैं. 100 से अधिक स्थानीय निकायों ने खंडित जनादेश दिया है. राज्य में कांग्रेस के प्रति एक लहर है.'

कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे कर्नाटक के लोगों के मूड को दर्शाते हैं. उन्होंने कहा, 'यह कांग्रेस और राज्य के लोगों की जीत है. न केवल ग्रामीण लोगों, बल्कि शहरी क्षेत्रों के लोगों ने भी पार्टी को अपना समर्थन दिया है.' उन्होंने कहा, 'लोगों ने हम पर विश्वास जताया है और हम भविष्य में उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.'

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सिद्धारमैया के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस कुछ नगर निगम सीटें जीतने में कामयाब रही है, जहां अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक है. बोम्मई ने कहा, 'उन्हें इससे खुश होने दीजिए. हमने उनसे अधिक ग्राम पंचायत सीटें जीती हैं. नगर निगमों में भी परिणाम अनुकूल हैं. भाजपा 2023 में सत्ता में वापस आने वाली है, सिद्धारमैया और कांग्रेस उस चुनाव की चिंता करें.'

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पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने सिद्धारमैया के दावों का उपहास उड़ाया और कहा कि 'वे एक ऐसे जोड़े की तरह खुश हैं, जिसे शादी के 25 साल बाद बच्चा हासिल हुआ है. हम जहां भी भाजपा जीतेंगे, हम विकास कार्य करेंगे और भविष्य के चुनावों में भाजपा को सत्ता में लाने की दिशा में प्रयास करेंगे.' कांग्रेस ने 14 वार्डो में, भाजपा ने 7 और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इसी तरह हावेरी तालुक का गुट्टाला नगर निगम भी कांग्रेस के खाते में गया.

विजयपुरा जिले में 6 नगर निगमों में से तीन में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. विजयपुरा जिला भाजपा का गढ़ माना जाता है. बेलगावी जिले में भी भाजपा चुनाव में जीत हासिल करने में नाकाम रही है और कांग्रेस को बढ़त मिली है.

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