बेंगलुरु: कर्नाटक में आज से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. सरकारी कर्मचारियों ने सातवें संशोधित वेतनमान को लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन का आह्वान किया है. सरकारी कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे थे.
सातवें संशोधित वेतनमान को लागू करने, ओपीएस समेत अन्य मांगों को लेकर आज से सरकारी कर्मचारी अनिश्चितकालीन के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे. सरकार के मुख्य सचिव के साथ बैठक विफल रहने पर सरकारी कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. इसलिए कल अधिकांश सरकारी सेवाएं बाधित रहेंगी.
इस बात की भी संभावना है कि अधिकांश सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे. कहा जा रहा है कि प्रदेश के लोगों को सरकारी सेवाएं नहीं मिल पाएंगी. क्योंकि करीब 10 लाख सरकारी कर्मचारी ड्यूटी से गैरहाजिर होकर अपना गुस्सा दिखाने वाले हैं. आज कोई भी सरकारी विभाग काम नहीं करेगा. करीब 42 सरकारी विभागों ने आज की हड़ताल को समर्थन देने का संकेत दिया है.
विधान सौधा के सभी कार्यालय, मंत्रालय के सभी कार्यालय, बीबीएमपी, तालुक कार्यालय, जिला कलेक्टर कार्यालय, ग्राम पंचायत, सरकारी स्कूल, सरकारी अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नगर पालिका, सरकारी छात्रावास, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग सेवाएं बाधित हो सकती है.
जल बोर्ड की सेवा और स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध नहीं हो सकती हैं. ओपीडी सेवाएं भी बाधित हो सकती है. सरकारी डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्निशियन, शिक्षा विभाग के कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे. सभी सरकारी शिक्षक हड़ताल में शामिल हैं.
कोई सेवा व्यवधान नहीं: बीएमटीसी (BMTC), केएसआरटीसी (KSRTC) ने हड़ताल को बाहरी समर्थन दिया है और परिवहन सेवा में बहुत अधिक व्यवधान नहीं होगा. आपातकालीन सेवाएं, दुर्घटना, प्रसव, पोस्टमार्टम व अन्य आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध रहेंगी. हालांकि, सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी दूर होगी. कब्रिस्तान में भी सेवा जारी रहेंगे. नगर निगम कर्मियों की सेवा भी प्रभावित नहीं हुई है.