बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavaraj Bommai) ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों को एक सम्मानजनक जीवन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. वाल्मीकि जयंती (Valmiki Jayanti) के अवसर पर ऋषि वाल्मीकि को श्रद्धांजलि देने के बाद बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार तब से इस अवसर का मना रही है जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस मनाने का निर्णय लिया था.
बोम्मई ने कहा, 'राज्य सरकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति जैसे उत्पीड़ित वर्गों को सम्मान, समानता, आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान के साथ जीने का अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जयंती का उत्सव सार्थक तरीके से मनाया जा रहा है और सरकार महर्षि वाल्मीकि (Maharishi Valmiki) के उपदेश के आधार पर एक कार्यक्रम तैयार कर रही है, जिसे समाज में सभी को अपनाना चाहिए.
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बोम्मई ने कहा, 'महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखित रामायण (Ramayana) को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 10 महान कार्यों में से एक माना गया है. इसे लिखकर संत ने जीवन का सार देते हुए पवित्र जीवन जीने का मार्ग दिखाया है. रामायण में प्रत्येक अनुक्रम अनुसरण करने योग्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने प्रशासन में वाल्मीकि के उपदेश और विचारधारा को अपनाएंगे.