बेंगलुरु : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि वह दिल्ली के दौरे पर जा रहे हैं. इसके साथ ही राज्य की भाजपा सरकार में मंत्रिमंडल फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बोम्मई ने कहा कि वह शुक्रवार को नई दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. कैबिनेट विस्तार मई के पहले सप्ताह में होने की उम्मीद है. (cabinet expansion in karnataka).
इस खबर के सार्वजनिक होते ही कैबिनेट बर्थ पाने या बनाए रखने के लिए दिग्गजों ने अपनी-अपनी पैरवी शुरू कर दी है. केएस ईश्वरप्पा के इस्तीफे के साथ ही कैबिनेट के पांच पद खाली हैं. पार्टी आलाकमान भी 2023 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य मंत्रिमंडल में बदलाव पर विचार कर रहा है. पार्टी सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट में 10 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है. पार्टी गृह विभाग बदलने के बारे में भी सोच रही है.
राज्य के वर्तमान गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने मैसूर सामूहिक बलात्कार के सिलसिले में अपने बयान से सत्तारूढ़ भाजपा को शर्मिंदा किया है. उन्होंने कहा था कि, विपक्ष उनके साथ रेप कर रहा है. हाल ही में बेंगलुरु में युवक की हत्या के मामले में, अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि युवक की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि वह उर्दू नहीं बोल सकता था. बाद में उन्होंने माफी मांगी और अपना बयान वापस ले लिया. इससे पार्टी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
गृह मंत्रालय फिलहाल राजस्व मंत्रालय संभाल रहे आर अशोक को दिए जाने की संभावना है. पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को कैबिनेट पद देने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी वरिष्ठ नेताओं -- रमेश जरकीहोली के लिए कैबिनेट पद पर विचार कर सकती है, जिन्हें कथित सेक्स सीडी स्कैंडल के चलते अपना मंत्री पद छोड़ना पड़ा था. कैबिनेट विस्तार के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा कि वह नई दिल्ली में मुख्यमंत्रियों की बैठक और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. उन्होंने दावा किया, "मैंने आलाकमान से मिलने का फैसला नहीं किया है और मैंने अभी तक मिलने का समय नहीं मांगा है."
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