बेलगाम: कर्नाटक के बेलगाम जिले के जाधवनगर के रहने वाले अनश राव ने गूगल और यू-ट्यूब की मदद से एक कार बनाई है. अनश राव 10वीं कक्षा के छात्र हैं. बता दें, इस लड़के ने कई साल पहले एक कार बनाने की सोची थी, लेकिन लॉकडाउन में उनका सपना पूरा हुआ. लॉकडाउन के समय अनश राव खाली समय में सोशल साइट्स और यू-ट्यूब पर कार बनाने के वीडियो देखा करते थे.
अनश राव ने गूगल से भी कार बनाने की जानकारियां जुटाईं. अनश ने कार बनाने के लिए अपने पिता विनायक राव को बताया. उनके पिता एक बड़े बिजनेसमैन हैं, लेकिन शुरुआत में उन्होंने कार बनाने के लिए पैसे देने से इनकार कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने 10 हजार रुपये दे दिए.
पिता और दोस्तों ने की मदद
10 हजार मिलते ही अनश बाजार से सबसे पहले कच्चा माल खरीदकर लाए. उनको इकट्ठा करके एक कार का ढांचा तैयार किया. यह सब देखकर अनश के पिता को उस पर भरोसा हुआ कि वह कार बना सकता है. लिहाजा उन्होंने उसको और पैसे दे दिए.
बता दें कि पिता विनायक के एक दोस्त के पास गैरेज में कुछ जगह खाली थी. वह अनश को कार बनाने के लिए दे दी. अनश के पिता और उनके दोस्त ने अनश को कार बनाने में मदद की. इसके अलावा अनश के दोस्तों ने भी उसको कच्चा माल उपलब्ध कराने में सहायता की.
कार में नहीं है इंजन और गियर
अनश राव ने कहीं से टायरों का जुगाड़ किया और उसे कार में फिट कर दिया. धीरे-धीरे उसने कार के सभी पुर्जों को जोड़ने का काम शुरू किया. सभी को वेल्डिंग करके कार का स्वरूप प्रदान किया. उसने साइड मिरर की जगह कैमरे का प्रयोग किया. इसमें रिवर्स और फ्रंट कैमरा भी लगा हुआ था.
सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इस कार में गियर नहीं है. यह कार अपने आप चलती है. इस कार में इंजन की जगह पर बैटरी का प्रयोग किया गया है.
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एक बार चार्ज होने पर 70 किमी जा सकती है कार
इस कार में 12 वॉट की बैटरी लगाई गई है. जो एक बार चार्ज होने पर करीब 70 किमी तक का सफर तय करती है. अनश के मुताबिक इस कार को बनाने में 1 लाख 20 हजार की लागत आई है. यह कार दो सप्ताह में पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी.