कोप्पल: कर्नाटक के कोप्पल जिले में हालांकि महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है, लेकिन अभी तक इस जिले से केवल एक महिला ने राज्य विधानसभा चुनाव जीता है. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोप्पल जिले में कुल 11,28,764 मतदाता हैं, जिनमें से 5,62,376 पुरुष मतदाता हैं और 5,66,341 महिला मतदाता हैं. इसका मतलब यह है कि महिला मतदाताओं की कुल संख्या पुरुष मतदाताओं की तुलना में 3,965 अधिक है.
जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में गंगावती, कोप्पल और कनकगिरी विधानसभा क्षेत्रों में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है. निर्वाचन क्षेत्रवार मतदाता गणना भी ध्यान देने योग्य है. निर्वाचन क्षेत्र में जहां 1,25,208 पुरुष मतदाता हैं, वहीं 1,27,185 महिला मतदाता हैं. गंगावती विधानसभा क्षेत्र में 99,497 पुरुष मतदाता और 1,01,089 महिला मतदाता हैं और कनकगिरी विधानसभा क्षेत्र में 1,09,744 पुरुष मतदाता और 1,12,583 महिला मतदाता हैं.
इन तीन विधानसभा क्षेत्रों में कनकगिरी विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. साथ ही जिला प्रशासन ने युवा मतदाताओं व 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की सूची भी तैयार की है. इस क्षेत्र में 80 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के 18,301 मतदाता हैं, और जिले में 26,867 युवा मतदाता पहली बार मतदान करने के लिए उत्सुक हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य विधानसभा चुनाव में अब तक केवल एक महिला जीती है.
1952 में महादेवम्मा सिरवारा लोक सेवा संघ से कोप्पल विधान सभा से चुनी गईं. यह पहला चुनाव था, जब रायचूर जिले में कोप्पल एक निर्वाचन क्षेत्र था, लेकिन तब से अब तक कोई और नहीं चुना गया है. पांच विधानसभा क्षेत्रों में इस समय 16वां चुनाव चल रहा है और अब तक पांच विधानसभा क्षेत्रों से केवल आठ उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा है. बड़ी पार्टियों ने भी महिलाओं को टिकट नहीं दिया है. हालांकि बीजेपी ने हेमलता नायक को उम्मीदवार बनाया है.
महिला समर्थक कार्यकर्ता के अनुसार सावित्री मजूमदार का कहना है कि 'हेमलता नायक अवसरों की कमी के कारण पीछे हो सकती हैं, लेकिन अपनी क्षमता के कारण नहीं. खास बात यह है कि कोप्पल जिले से विधान परिषद की पहली महिला सदस्य के रूप में भाजपा पार्टी की सामान्य कार्यकर्ता कोप्पल की हेमलता नायक चुनी गईं. अधिक महिलाओं को चुनाव लड़ने का अवसर दिया जाना चाहिए.'