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Karnataka Assembly Election: पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी की पत्नी शिवलीला ने पति के लिए किया प्रचार, हत्या के आरोप में धारवाड़ में हैं प्रतिबंधित

कर्नाटक के पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी यहां की धारवाड़ विधानसभा सीट में जाने के लिए प्रतिबंधित है. इसलिए विनय कुलकर्णी की पत्नी शिवलीला कुलकर्णी तालुक के उप्पिन बेतागेरी गांव में पति के लिए प्रचार किया और मतदान करने की अपील की.

Karnataka Assembly Election
पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी
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Published : Apr 25, 2023, 9:51 PM IST

धारवाड़: पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी की पत्नी शिवीला कुलकर्णी ने जिले से बाहर अपने पति के लिए प्रचार किया. तालुक के उप्पिन बेतागेरी गांव में शिवलीला ने घर-घर जाकर अपने पति के लिए वोट मांगे. शिवलीला कुलकर्णी ने गांव में पदयात्रा भी की. ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी की ओर से उनकी पत्नी शिवलीला चुनाव प्रचार कर रही हैं.

उप्पिना बेतागेरी गांव की मुख्य सड़कों पर पदयात्रा करने वाली शिवलीला कुलकर्णी ने विनय कुलकर्णी और कांग्रेस पार्टी द्वारा मतदाताओं से किए गए वादों का एक पैम्फलेट भी बांटा और उनसे इस बार विनय कुलकर्णी का समर्थन करने का अनुरोध किया. बीजेपी प्रत्याशी अमृता देसाई भी रोड शो के जरिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को फोन कर ग्रामीण इलाकों में प्रचार कर रही हैं. बसवराज बोम्मई को धारवाड़ तालुक के करदीगुड्डा गांव में आयोजित एक विशाल रोड शो में विधायक अमृता देसाई ने समर्थन दिया था.

जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत ने पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी को धारवाड़ में प्रवेश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह धारवाड़ के जिला पंचायत के भाजपा सदस्य योगेश की हत्या के मामले में आरोपी हैं. लेकिन विनय कुलकर्णी इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए धारवाड़ ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. इसलिए उन्होंने 50 दिनों के लिए धारवाड़ में प्रवेश की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी.

सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्थानीय अदालत में निपटाने को कहा था. हालांकि, याचिका पर सुनवाई करने वाली जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत ने याचिका खारिज कर दी. लिहाजा विनय कुलकर्णी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. 50 दिन से घटाकर विनय कुलकर्णी ने 30 दिन के लिए धारवाड़ में प्रवेश की अनुमति के लिए हाईकोर्ट में अर्जी दी थी. याचिका पर सुनवाई करने वाली न्यायमूर्ति के नटराज की अध्यक्षता वाली एकल सदस्यीय पीठ ने याचिका खारिज कर दी.

पढ़ें: Karnataka Assembly Election: भाजपा ने अमित शाह समेत मैदान में उतारे 98 स्टार प्रचारक, सोनिया गांधी भी उतरीं प्रचार अभियान में

कुलकर्णी के वकील ने तर्क दिया था कि विनय कुलकर्णी धारवाड़ ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें धारवाड़ में प्रवेश करने दिया जाए. इसका जवाब देते हुए, पीठ ने पूछा कि क्या टिकट जारी करने वालों को यह नहीं पता था कि धारवाड़ में प्रवेश याचिकाकर्ता के लिए प्रतिबंधित है. इस वजह से विनय कुलकर्णी की पत्नी शिवालेला ने खुद अपने पति की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किया था.

धारवाड़: पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी की पत्नी शिवीला कुलकर्णी ने जिले से बाहर अपने पति के लिए प्रचार किया. तालुक के उप्पिन बेतागेरी गांव में शिवलीला ने घर-घर जाकर अपने पति के लिए वोट मांगे. शिवलीला कुलकर्णी ने गांव में पदयात्रा भी की. ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी की ओर से उनकी पत्नी शिवलीला चुनाव प्रचार कर रही हैं.

उप्पिना बेतागेरी गांव की मुख्य सड़कों पर पदयात्रा करने वाली शिवलीला कुलकर्णी ने विनय कुलकर्णी और कांग्रेस पार्टी द्वारा मतदाताओं से किए गए वादों का एक पैम्फलेट भी बांटा और उनसे इस बार विनय कुलकर्णी का समर्थन करने का अनुरोध किया. बीजेपी प्रत्याशी अमृता देसाई भी रोड शो के जरिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को फोन कर ग्रामीण इलाकों में प्रचार कर रही हैं. बसवराज बोम्मई को धारवाड़ तालुक के करदीगुड्डा गांव में आयोजित एक विशाल रोड शो में विधायक अमृता देसाई ने समर्थन दिया था.

जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत ने पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी को धारवाड़ में प्रवेश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह धारवाड़ के जिला पंचायत के भाजपा सदस्य योगेश की हत्या के मामले में आरोपी हैं. लेकिन विनय कुलकर्णी इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए धारवाड़ ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. इसलिए उन्होंने 50 दिनों के लिए धारवाड़ में प्रवेश की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी.

सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्थानीय अदालत में निपटाने को कहा था. हालांकि, याचिका पर सुनवाई करने वाली जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत ने याचिका खारिज कर दी. लिहाजा विनय कुलकर्णी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. 50 दिन से घटाकर विनय कुलकर्णी ने 30 दिन के लिए धारवाड़ में प्रवेश की अनुमति के लिए हाईकोर्ट में अर्जी दी थी. याचिका पर सुनवाई करने वाली न्यायमूर्ति के नटराज की अध्यक्षता वाली एकल सदस्यीय पीठ ने याचिका खारिज कर दी.

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कुलकर्णी के वकील ने तर्क दिया था कि विनय कुलकर्णी धारवाड़ ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें धारवाड़ में प्रवेश करने दिया जाए. इसका जवाब देते हुए, पीठ ने पूछा कि क्या टिकट जारी करने वालों को यह नहीं पता था कि धारवाड़ में प्रवेश याचिकाकर्ता के लिए प्रतिबंधित है. इस वजह से विनय कुलकर्णी की पत्नी शिवालेला ने खुद अपने पति की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किया था.

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