नई दिल्ली: नाराज कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह कहने के लिए माफी मांगनी चाहिए कि कांग्रेस पार्टी भगवान हनुमान (बजरंगबली) को बंद करना चाहती थी. कांग्रेस मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने गुस्से में अपनी शर्ट की जेब से भगवान हनुमान की तस्वीर वाली एक छोटी सी प्रार्थना पुस्तक निकाली और कहा कि आप हमारी आस्था और भगवान हनुमान के भक्तों की आस्था को कैसे कम कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि आप बजरंग दल की तुलना भगवान हनुमान से कैसे कर सकते हैं. पीएम को ऐसी टिप्पणी करते हुए शर्म आनी चाहिए. पीएम को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने मेरे विश्वास को ठेस पहुंचाई है. आप बजरंग दल की तुलना मेरे देवता से कैसे कर सकते हैं. हमारे भगवान हमारी रक्षा करते हैं, आपसे भी, श्रीमान मोदी. पीएम की टिप्पणी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'ऐसे समय में जब मैं भगवान हनुमान की धरती पर नमन करने आया हूं, कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंगबली को बंद करने की बात कही है.'
पीएम मोदी के इस बयान पर पवन खेड़ा जवाबी हमला कर रहे थे. पीएम की टिप्पणी 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में उल्लेख किए जाने के घंटों बाद आई है कि कांग्रेस पार्टी जाति या धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है.
घोषणा पत्र में कहा गया कि हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और बजरंग दल, पीएफआई जैसे व्यक्तियों व संगठनों द्वारा या बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच दुश्मनी या नफरत को बढ़ावा देने वाले अन्य लोगों द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है. खेरा ने आगे कहा कि अगर पीएम बजरंग दल के बारे में जानना चाहते हैं, तो उन्हें मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से पूछना चाहिए, जिन्होंने 2017 में कहा था कि इस समूह के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं.
उन्होंने कहा, पीएम बजरंग दल की तुलना बजरंगी (भगवान हनुमान) से कर रहे हैं. हम इस तरह की अवमानना को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह हमारी आस्था का मामला है. एक सीमा है जिससे आप मेरी आस्था और बजरंगी में आस्था रखने वाले लाखों लोगों को कम कर सकते हैं. प्रार्थना पुस्तक की कुछ पंक्तियों का हवाला देते हुए खेड़ा ने कहा कि पीएम को बेहतर समझ होनी चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या पीएम की टिप्पणी पर पार्टी अदालत जाएगी, खेड़ा ने कहा, यह देश मुद्दों की राजनीति करता है और इस तरह की तुच्छता में लिप्त नहीं होता है. मामला जनता की अदालत में है जो 13 मई को उन्हें जवाब देगी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने भी बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने जैसे कदम उठाने की हिम्मत नहीं की होगी और कांग्रेस ने मंगलवार को एक बड़ी गलती की थी, कांग्रेस नेता ने कहा कि सरमा को भी ऐसी टिप्पणी करने के लिए माफी मांगनी चाहिए और ऐसी टिप्पणियां प्रतिक्रिया के लायक भी नहीं थीं.
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यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस पार्टी शासित राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में पीएफआई और बजरंग दल पर इसी तरह के प्रतिबंध लगाने की संभावना तलाशेगी, खेड़ा ने कहा कि कर्नाटक घोषणापत्र में बिंदु सार्वजनिक परामर्श के बाद आया था. खेड़ा ने कहा कि जब अन्य राज्यों में चुनाव घोषणापत्र के लिए विचार-विमर्श शुरू होगा, हम देखेंगे.