करौली : शहर में दो अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के मौके पर निकाली जा रही रैली पर पथराव और आगजनी के बाद उपजे तनाव के चलते लगे कर्फ्यू (Karauli violence Seventh day) में शुक्रवार को सुबह तीन घंटे की ढील दी गई. सुबह 9 से 12 बजे के बीच दी गई ढील के दौरान आमजन को राहत मिली है. हालांकि शहर में अभी इंटरनेट सेवा बंद है. इस बीच राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा करौली पहुंचे. उन्होंने उपद्रव में पीड़ित लोगों से मुलाकात करते हुए घटनाक्रम की जानकारी ली. साथ ही राज्य सरकार पर निशाना साधा. हिंसा फैलाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है.
10 अप्रैल तक कर्फ्यू : कर्फ्यू के दौरान दी गई ढील के बीच प्रशासन की ओर से लगाए गए अधिकारी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि शोभायात्रा पर पथराव और आगजनी की घटना के बाद कानून व्यवस्था प्रभावित होने पर 10 अप्रैल तक शहर में कर्फ्यू लागू किया गया है. नगर परिषद क्षेत्र करौली में कर्फ्यू में सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक छूट दी गई है. उन्होंने बताया कि शहर में आरएएस स्तर के अधिकारी लगाए गए हैं. वे कर्फ्यू में ढील के दौरान व्यवस्थाएं मॉनिटर कर रहे हैं. एसपी शैलेंद्र सिंह इन्दौलिया सहित पुलिस के उच्च अधिकारियों ने बाजारों का दौरा करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लिया और लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की.
शनिवार को कर्फ्यू में 4 घंटे की रहेगी ढील : करौली में जिला प्रशासन की ओर से 10 अप्रैल तक कर्फ्यू जारी रहेगा. ऐसे में सुबह 9:00 बजे से 1 बजे तक ढील देने के जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है. हालांकि शनिवार को कर्फ्यू में एक घंटे अतिरिक्त यानी 4 घंटे की ढील दी जाएगी. जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि सब्जी, फल, किराने की दुकान, दूध की डेयरी, पेट्रोल पंप और गैस सिलेंडरों की सप्लाई में ढील देने का निर्णय लिया गया है. इसके अलावा अन्य गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी. इसके अलावा उपभोक्ताओं को सामान खरीदने के लिए बाजार में टू व्हीलर या वाहन से जाने की अनुमति नहीं रहेगी.
सासंद किरोड़ीलाल ने धरने पर बैठने की चेतावनी दी : किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण राजनीति पर आमदा है. लोगो पर पत्थर फेंके गए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लोग भय के कारण पलायन कर रहे हैं, जो बहुत निंदनीय है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से लूटे गए सामान को शीघ्र बरामद करने की मांग की है. सांसद मीणा ने करौली विधायक लाखन सिंह मीणा निशाना साधते हुए कहा कि 'मैं उनसे कहना चाहूंगा की वह दोषियों को बचाएं नहीं'. सासंद ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर हिंसा की निष्पक्ष जांच करने की मांग की. सासंद ने कहा कि अगर निर्दोषों को फंसाया गया और हिंसा फैलाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार नही किया गया तो कर्फ्यू में ही धरने पर बैठेंगे.
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