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मणिपुर वीडियो को लेकर पीएम मोदी पर बरसे सिब्बल, खड़गे, शरद पवार ने की शांति बहाली की मांग

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Published : Jul 20, 2023, 1:47 PM IST

Updated : Jul 20, 2023, 4:16 PM IST

मणिपुरी महिलाओं के वायरल वीडियो को लेकर आज पीएम नरेंद्र मोदी ने बयान दिया, जिस पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि पीएम मोदी ने अब चुप्पी तोड़ी, जब सीजेआई ने इस घटना पर कार्रवाई करने को कहा.

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नई दिल्ली : मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बरसे. उन्होंने घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है. सिब्बल ने गुरुवार को कहा कि इस घटना के सामने आने के बाद हमें अपना सिर शर्म से झुका लेना चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हमें शर्म से अपना सिर झुका लेना चाहिए कि हमारे देश में ऐसा हो रहा है."

पीएम मोदी पर बरसे सिब्बल : मणिपुर की महिलाओं का वायरल वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कपिल सिब्बल ने कहा, "प्रधानमंत्री ने इस घटना के बाद चुप्पी तोड़ी है. उनका यह बयान तब आया, जब भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ द्वारा सरकार को कार्रवाई करने के लिए कहने और मामले को शुक्रवार के लिए सूचीबद्ध करने के बाद आया. आज सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद पीएम ने बयान दिया. लेकिन अब भी गृह मंत्री का बयान नहीं आया है. उन्होंने सवाल किया, "इस मुद्दे पर गृह मंत्री चुप क्यों हैं? 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' का क्या हुआ? क्या आप ऐसे बचाएंगे बेटियों को?"

SC ने लिया स्वतः संज्ञान : इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर की दो आदिवासी महिलाओं को नग्न परेड कराने और उनसे छेड़छाड़ की घटना 'बेहद परेशान' करने वाली है. केंद्र और राज्य इन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि यह "बिल्कुल अस्वीकार्य" है और महिलाओं को हिंसा में एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना भी स्वीकार्य नहीं है. बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पीठ ने केंद्र और राज्य से इस मुद्दे पर उठाए गए कदम की जानकारी देने को कहा.

पढ़ें :-

खड़गे भड़के : कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़ने ने मणिपुर के वायरल वीडियो पर कहा, "करीब 80 दिनों से मणिपुर में दंगे हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेशी दौरे और चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं. मणिपुर पर उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला है."

केंद्र से फौरन कदम उठाने की मांग : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय से मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए फौरन आवश्यक कदम उठाने की मांग की. उनका यह बयान तब आया है जब हिंसाग्रस्त मणिपुर में कुछ पुरुषों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो सामने आया है. डॉ. बी.आर. आंबेडकर का हवाला देते हुए पवार ने ट्वीट किया, 'मानवता के बिना आपकी महिमा बेकार है.' उन्होंने कहा कि मणिपुर में खासतौर से महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के परेशान करने वाले दृश्य देखना दुखद है और ये दृश्य 'घिनौना' हैं. पवार ने ट्वीट किया, 'यह मणिपुर के लोगों के लिए एकजुट होने, आवाज उठाने तथा न्याय मांगने का वक्त है. पीएमओ के साथ गृह विभाग को मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए फौरन आवश्यक कार्रवाई करने की आवश्यकता है.'

(अतिरिक्त इनपुट-एंजेसी)

नई दिल्ली : मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बरसे. उन्होंने घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है. सिब्बल ने गुरुवार को कहा कि इस घटना के सामने आने के बाद हमें अपना सिर शर्म से झुका लेना चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "हमें शर्म से अपना सिर झुका लेना चाहिए कि हमारे देश में ऐसा हो रहा है."

पीएम मोदी पर बरसे सिब्बल : मणिपुर की महिलाओं का वायरल वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कपिल सिब्बल ने कहा, "प्रधानमंत्री ने इस घटना के बाद चुप्पी तोड़ी है. उनका यह बयान तब आया, जब भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ द्वारा सरकार को कार्रवाई करने के लिए कहने और मामले को शुक्रवार के लिए सूचीबद्ध करने के बाद आया. आज सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद पीएम ने बयान दिया. लेकिन अब भी गृह मंत्री का बयान नहीं आया है. उन्होंने सवाल किया, "इस मुद्दे पर गृह मंत्री चुप क्यों हैं? 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' का क्या हुआ? क्या आप ऐसे बचाएंगे बेटियों को?"

SC ने लिया स्वतः संज्ञान : इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर की दो आदिवासी महिलाओं को नग्न परेड कराने और उनसे छेड़छाड़ की घटना 'बेहद परेशान' करने वाली है. केंद्र और राज्य इन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि यह "बिल्कुल अस्वीकार्य" है और महिलाओं को हिंसा में एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना भी स्वीकार्य नहीं है. बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए पीठ ने केंद्र और राज्य से इस मुद्दे पर उठाए गए कदम की जानकारी देने को कहा.

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खड़गे भड़के : कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़ने ने मणिपुर के वायरल वीडियो पर कहा, "करीब 80 दिनों से मणिपुर में दंगे हो रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेशी दौरे और चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं. मणिपुर पर उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला है."

केंद्र से फौरन कदम उठाने की मांग : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय से मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए फौरन आवश्यक कदम उठाने की मांग की. उनका यह बयान तब आया है जब हिंसाग्रस्त मणिपुर में कुछ पुरुषों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो सामने आया है. डॉ. बी.आर. आंबेडकर का हवाला देते हुए पवार ने ट्वीट किया, 'मानवता के बिना आपकी महिमा बेकार है.' उन्होंने कहा कि मणिपुर में खासतौर से महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के परेशान करने वाले दृश्य देखना दुखद है और ये दृश्य 'घिनौना' हैं. पवार ने ट्वीट किया, 'यह मणिपुर के लोगों के लिए एकजुट होने, आवाज उठाने तथा न्याय मांगने का वक्त है. पीएमओ के साथ गृह विभाग को मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए फौरन आवश्यक कार्रवाई करने की आवश्यकता है.'

(अतिरिक्त इनपुट-एंजेसी)

Last Updated : Jul 20, 2023, 4:16 PM IST
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