कानपुर देहात : कानपुर देहात में सोमवार को हुई घटना ने अब तूल पकड़ लिया है. पीड़ित परिवार मांग कर रहा है कि एसडीएम, लेखपाल समेत सभी आरोपियों को अरेस्ट किया जाए. परिजन समेत गांव के लाेग प्रशासन के विराेध में उतर आए थे. वे मांगे न मानने तक शवाें के अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं थे. इस बीच मंगलवार की दोपहर को पुलिस ने आरोपी लेखपाल अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
कानपुर के कमिश्नर राजशेखर ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से परिवार की वीडियो कॉल पर बात करवाई. इस दौरान ब्रजेश पाठक ने परिवार काे मांग पूरी करने का आश्वासन दिया. इसके बाद परिवार के लाेग शवाें के अंतिम संस्कार के लिए राजी हाे गए. पुलिस ने फिलहाल शवाें काे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
महिला के बेटे शिवम और उसकी पत्नी ने डिप्टी सीएम से बातचीत में अपनी मांगाें काे दाेहराया. कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन को फौरन हटाने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की. डिप्टी सीएम ने परिवार काे हर संभव मदद का भरोसा दिया. मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि दोषियों को निलंबित किया जाएगा, उन्हें जेल भी भेजा जाएगा. अमानवीय कृत्य करने वालों को छोडे़ंगे नहीं.
पुलिस प्रशासन ने मामले में एसडीएम और लेखपाल को पहले ही निलंबित कर दिया है. मौके पर जिलाअधिकारी समेत दूसरे आलाधिकारी मौजूद हैं. गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इस पूरे मामले में एसडीएम मैथा, एसओ रूरा समेत 50 से अधिक लोगों पर हत्या, समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है.
अयोध्या के महंत आमरण अनशन पर बैठे
मां बेटी की जलकर मौत मामले जहां विपक्ष योगी सरकार को घेरने में जुट गई है वहीं अब यूपी के अलग अलग जिलों के ब्राम्हण नेता व धर्म गुरु समेत अयोध्या के महंतों का आना शुरू हो गया. अयोध्या के एक महंत घटनास्थल पर पहुंचकर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. उनकी मांग है कि जब तक जिलाधिकारी समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, वो धरने पर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा कि प्रशासन उन्हें भी आकर जला दे, लेकिन जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी वो इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे. उन्होंने मोहन भागवत के बयान पर भी नाराजगी जताई. कहा कि सिर्फ ब्राम्हणों पर सरकार व अधिकारी अत्याचार कर रहे हैं.
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