भोपाल : मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोविड संक्रमण के चलते छिन्दवाड़ा में रेमडेसिविर इंजेक्शन और फेबि फ्लू टेबलेट की कमी सामने आ रही है. ईटीवी भारत ने इस मुद्दे को उठाया था. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में इंजेक्शन भी भेजे थे. गुरुवार को छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने ईटीवी भारत से कहा कि दवाइयों की पूर्ति वो कर सकते हैं, लेकिन कालाबाजारी को रोकना सरकार का काम है.
पूर्व मंत्री कमलनाथ ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि मीडिया में खबर आने के बाद उन्होंने तुरंत ही 240 रेमडेसिविर के इंजेक्शन छिंदवाड़ा भेजे थे. आज भी वे इंजेक्शन अपने साथ लेकर आए हैं. उन्होंने कहा कि फेबि फ्लू की टेबलेट भी हजारों की संख्या में छिंदवाड़ा पहुंच जाएगी. छिंदवाड़ा में दवाइयों की कमी नहीं आने दी जाएगी.
दवा भेज सकता हूं, मॉनिटरिंग सरकार का काम
कमलनाथ ने कहा कि जैसे ही जिले में इंजेक्शन की कमी की खबर मिली तो मैंने इंजेक्शन तुरंत भेज दिए थे. लेकिन उसमें भी कालाबाजारी शुरू हो गई थी. उन्होंने कहा कि उनका काम है दवाइयों की पूर्ति करवाना और व्यवस्था कराना. मॉनिटरिंग करना सरकार और प्रशासन का काम है.
महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेन भी संक्रमण का बड़ा कारण
पूर्व मंत्री कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले को संपूर्ण लॉकडाउन कर दिया गया है, सीमाएं भी सील हैं, लेकिन नागपुर से हर दिन पैसेंजर ट्रेन आ रही है. नागपुर में कोविड संक्रमण बहुत ज्यादा है. ट्रेन से आने वाले यात्री भी छिंदवाड़ा में फैल रहे संक्रमण का एक बड़ा कारण हैं. इस पर भी सरकार को विचार करना चाहिए.