कोच्चि: केरल में ईसाईयों की प्रार्थनासभा में हुए ब्लास्ट के मामले में मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक एर्नाकुलम जिले के मलयट्टूर की रहने वाली लिबिना नामक 12 वर्षीय लड़की ने कलामासेरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार तड़के दम तोड़ दिया. अस्पताल के मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि लड़की को रविवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उसके शरीर का 95 प्रतिशत हिस्सा गंभीर रूप से जल गया था. इसमें कहा गया है कि वेंटिलेटर सपोर्ट मिलने के बावजूद उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई. देर रात 12.40 बजे उसकी मृत्यु हो गई. कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोटों में यह तीसरी मौत है. रविवार को इस सभा में शामिल दो महिलाओं की जान चली गई थी. कलामासेरी में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में हुए कई विस्फोटों के दौरान 50 से अधिक लोग घायल हो गए.
इनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए. यहां अल्पसंख्यक ईसाई समूह, यहोवा के साक्षी के अनुयायी तीन दिवसीय प्रार्थना सभा के अंतिम दिन के लिए एकत्र हुए थे.घटना के कुछ घंटों बाद, यहोवा के साक्षियों का सदस्य होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने राज्य के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और कहा कि उसने कई विस्फोटों को अंजाम दिया. बता दें कि दो लोगों की रविवार को ही मौत हो गई थी. काफी संख्या में लोग घायल हो गए थे. हालांकि कुछ लोगों को मामूली चोटें आई थी जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद रिहा कर दिया गया था.