नई दिल्ली: भारतीय न्यायाधीश दलवीर भंडारी (Indian Judge Dalveer Bhandari ) के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में रूस के खिलाफ मतदान किये जाने के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि आईसीजे के न्यायाधीश निजी तौर पर वोट देते हैं. रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने में कोई कसर नहीं छोड़ने के बीच बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने फैसला सुनाया कि रूस को यूक्रेन में अपने सैन्य अभियानों को तुरंत निलंबित कर देना चाहिए.
आईसीजे में वोट के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (MEA spokesperson Arindam Bagchi ) ने नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता के दौरान संवाददाताओं से कहा, 'वे (वहां) निजी क्षमताओं में हैं और वे इसके मेरिट पर मतदान करते हैं. इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है कि आईसीजे में न्यायाधीश वोट कैसे करें. प्रवक्ता बागची ने दोहराया, ' वह (जस्टिस भंडारी) एक भारतीय नागरिक हैं जो ICJ में अपनी क्षमता से सदस्य हैं. मैं इस पर टिप्पणी नहीं करने जा रहा हूं कि आईसीजे में आने वाले मुद्दों पर न्यायाधीश कैसे मतदान करते हैं.
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ICJ ने अपने फैसले में कहा,'13 के मुकाबले दो वोट मिलने के बाद रूस को यूक्रेन में 24 फरवरी 2022 को शुरू किए गए सैन्य अभियानों को तुरंत निलंबित कर देगा.' इसमें कहा गया, 'दोनों पक्षों को ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचना चाहिए जो विवाद को अदालत के समक्ष पहुंचाए या इसे हल करना अधिक कठिन हो जाए.' यह ध्यान देने योग्य है कि अदालत के आदेश का 13 न्यायाधीशों ने समर्थन किया जबकि रूस के उपराष्ट्रपति किरिल गेवोर्गियन और चीन के न्यायाधीश ज़ू हानकिन ने इसके खिलाफ मतदान किया. भारत के न्यायाधीश दलवीर भंडारी ने रूस के खिलाफ मतदान किया.