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Rajya Sabha Election: कांग्रेस में राज्यसभा नामांकन के लिए घमासान शुरू

10 जून को राज्यसभा चुनाव से पहले संसद के ऊपरी सदन में नामांकन के लिए कांग्रेस नेताओं के बीच खींचतान शुरू हो गई है. 10 जून को संसद के उच्च सदन की 57 सीटों पर मतदान होगा जिसके लिए मई के अंत तक नामांकन पूरा हो जाएगा.

कांग्रेस में राज्यसभा के नामांकन शुरू
Congress Rajya Sabha nominations
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Published : May 24, 2022, 4:47 PM IST

Updated : May 24, 2022, 5:17 PM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस में राज्यसभा नामांकन के लिए घमासान शुरू हो गया है. वर्तमान में 245 सदस्यीय राज्यसभा में सबसे पुरानी पार्टी के 29 सदस्य हैं और उसे अपने दम पर 9 सीटें मिलने की उम्मीद है. पार्टी को अपने सहयोगियों की कुछ मदद से और 3 सीटें मिल सकती हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को राजस्थान से 3 और छत्तीसगढ़ से 2 सीटें मिलने की उम्मीद है क्योंकि पार्टी दोनों राज्यों में सत्ता में है.

कांग्रेस को कर्नाटक, मध्य प्रदेश और हरियाणा में एक-एक सीट मिलने की उम्मीद है, जहां वह मुख्य विपक्षी दल है. उसके पास संसद के ऊपरी सदन के लिए अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं. इसके अलावा कांग्रेस को महाराष्ट्र में अपने दम पर 1 सीट मिलने की उम्मीद है, जहां वह शिवसेना और एनसीपी के साथ सत्ता साझा करती है. तमिलनाडु में द्रमुक अपने कोटे से 1 सीट कांग्रेस को देने पर राजी हो गई है लेकिन सबसे पुरानी पार्टी को बिहार में सहयोगी राजद के साथ 1 सीट और झारखंड में सहयोगी झामुमो के साथ 1 सीट के लिए कड़ी सौदेबाजी करनी होगी.

झारखंड के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे ने हाल ही में इस मुद्दे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की लेकिन 1 सीट के बंटवारे पर कोई समझौता नहीं हुआ है. सूत्रों ने कहा कि चूंकि संसद के ऊपरी सदन में रहने की इच्छा रखने वाले नेताओं की लंबी सूची के मुकाबले उपलब्ध सीटें सीमित हैं इसलिए चुनाव करना आलाकमान के लिए थोड़ा मुश्किल होने वाला है. पहले से ही उच्च सदन के लिए नामांकन प्राप्त करने के लिए नेताओं के बीच जोरदार पुरानी पार्टी शुरू हो गई है.

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल, पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश और पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी जैसे कांग्रेस के कई दिग्गजों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. सूत्रों ने कहा कि सोनी, चिदंबरम और रमेश के अलावा दिग्विजय सिंह 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. फिर जी-23 सदस्य हैं जिनमें विशेष रूप से गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा, जो संसद के ऊपरी सदन में वापसी पर नजर गड़ाए हुए हैं. वयोवृद्ध कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा, उदय भान, एससी, एसटी, ओबीसी के राष्ट्रीय समन्वयक के राजू और पूर्व सदस्य प्रमोद तिवारी भी राज्यसभा के लिए आशान्वित हैं.

युवाओं में राजस्थान के प्रभारी अजय माकन, असम के प्रभारी जितेंद्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के प्रभारी राजीव शुक्ला, मेघालय के प्रभारी मनीष चतरथ, संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला और प्रवक्ता पवन खेड़ा और गौरव वल्लभ राज्यसभा के नामांकन के लिए कतार में हैं.

यह भी पढ़ें- पंजाब: भ्रष्टाचार मामले में भगवंत मान सरकार से बर्खास्त विजय सिंगला को ACB ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: कांग्रेस में राज्यसभा नामांकन के लिए घमासान शुरू हो गया है. वर्तमान में 245 सदस्यीय राज्यसभा में सबसे पुरानी पार्टी के 29 सदस्य हैं और उसे अपने दम पर 9 सीटें मिलने की उम्मीद है. पार्टी को अपने सहयोगियों की कुछ मदद से और 3 सीटें मिल सकती हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को राजस्थान से 3 और छत्तीसगढ़ से 2 सीटें मिलने की उम्मीद है क्योंकि पार्टी दोनों राज्यों में सत्ता में है.

कांग्रेस को कर्नाटक, मध्य प्रदेश और हरियाणा में एक-एक सीट मिलने की उम्मीद है, जहां वह मुख्य विपक्षी दल है. उसके पास संसद के ऊपरी सदन के लिए अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं. इसके अलावा कांग्रेस को महाराष्ट्र में अपने दम पर 1 सीट मिलने की उम्मीद है, जहां वह शिवसेना और एनसीपी के साथ सत्ता साझा करती है. तमिलनाडु में द्रमुक अपने कोटे से 1 सीट कांग्रेस को देने पर राजी हो गई है लेकिन सबसे पुरानी पार्टी को बिहार में सहयोगी राजद के साथ 1 सीट और झारखंड में सहयोगी झामुमो के साथ 1 सीट के लिए कड़ी सौदेबाजी करनी होगी.

झारखंड के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे ने हाल ही में इस मुद्दे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की लेकिन 1 सीट के बंटवारे पर कोई समझौता नहीं हुआ है. सूत्रों ने कहा कि चूंकि संसद के ऊपरी सदन में रहने की इच्छा रखने वाले नेताओं की लंबी सूची के मुकाबले उपलब्ध सीटें सीमित हैं इसलिए चुनाव करना आलाकमान के लिए थोड़ा मुश्किल होने वाला है. पहले से ही उच्च सदन के लिए नामांकन प्राप्त करने के लिए नेताओं के बीच जोरदार पुरानी पार्टी शुरू हो गई है.

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल, पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश और पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी जैसे कांग्रेस के कई दिग्गजों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. सूत्रों ने कहा कि सोनी, चिदंबरम और रमेश के अलावा दिग्विजय सिंह 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. फिर जी-23 सदस्य हैं जिनमें विशेष रूप से गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा, जो संसद के ऊपरी सदन में वापसी पर नजर गड़ाए हुए हैं. वयोवृद्ध कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा, उदय भान, एससी, एसटी, ओबीसी के राष्ट्रीय समन्वयक के राजू और पूर्व सदस्य प्रमोद तिवारी भी राज्यसभा के लिए आशान्वित हैं.

युवाओं में राजस्थान के प्रभारी अजय माकन, असम के प्रभारी जितेंद्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के प्रभारी राजीव शुक्ला, मेघालय के प्रभारी मनीष चतरथ, संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला और प्रवक्ता पवन खेड़ा और गौरव वल्लभ राज्यसभा के नामांकन के लिए कतार में हैं.

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Last Updated : May 24, 2022, 5:17 PM IST
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