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फारूक अब्दुल्ला बोले, मैं चाइनीज नहीं, भारतीय मुसलमान हूं

नेशनल कॉफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने मुंबई में एनसीपी के एक कार्यक्रम में कहा कि धर्म लोगों को एक-दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता. ये हिंदुस्तान है, ये सभी का है.

फारूक अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला
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Published : Oct 14, 2022, 7:11 AM IST

मुंबई: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने देश में मुसलमानों के साथ हो रहे कथित दुर्व्यवहार को लेकर केंद्र पर हमला बोला है. उन्होंने गुरुवार को मुंबई (Mumbai) में छगन भुजबल 75वें जन्मदिन (75th birthday of Chhagan Bhujbal) के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं. फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि, हम आपके साथ हैं. हमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को एक रखना है. मैं एक मुस्लिम हूं, लेकिन भारतीय मुस्लिम हूं, मैं कोई चीनी मुस्लिम नहीं हूं. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले नेताओं में शिवसेना के उद्धव ठाकरे, गीतकार जावेद अख्तर और एनसीपी नेता अजीत पवार भी शामिल थे.

हम आपके साथ हैं: फारूक
नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हमलोग आपके साथ हैं. कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमें देश को एक रखना है. मैं मुसलमान हूं, लेकिन भारतीय मुसलमान हूं. मैं चीनी मुसलमान नहीं हूं. उन्होंने आगे कहा, हर कोई अलग हो सकता है. लेकिन हम सब मिलकर इस देश का निर्माण कर सकते हैं. इसे कहते हैं दोस्ती. धर्म लोगों को एक-दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता. यह हिंदुस्तान है. यह सभी का है.

बीजेपी नेताओं के बयान पर हुआ हंगामा
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की ये टिप्पणी बीजेपी के दो नेताओं के द्वारा दिल्ली में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर नफरत भरे भाषण देने के कुछ दिनों बाद आई है. जिसमें उन्होंने एक समुदाय के 'पूर्ण बहिष्कार' का आह्वान किया था. एक अक्टूबर को नई दिल्ली में 25 वर्षीय मनीष की हत्या के बाद 9 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा ने ये बयान दिया था.

विपक्षियों ने बीजेपी को घेरा
इस बयान के बाद विपक्षी नेताओं ने इस बयान को खतरनाक करार देते हुए बीजेपी की आलोचना की थी. कांग्रेस ने इस विवादास्पद बयान को लेकर कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर समाज को सांप्रदायिक बनाने और संविधान को नष्ट करने का आरोप लगाया था.

पढ़ें: जम्मू कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला ने अमित शाह के आरोपों को खारिज किया

तेजस्वी यादव ने भी लिया आड़े हाथ
इनके अलावा बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा था कि अगर विदेश में खासकर की मुस्लिम (Muslim) देशों में काम कर रहे भारतीयों के साथ कोई ऐसा ही व्यवहार करे तो क्या होगा? इस बयान पर एआईएमआईएम के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बीजेपी-आरएसएस का सांसद खुली सभा में मुसलमानों का बहिष्कार करने की शपथ ले रहा है. सच तो ये है कि बीजेपी (BJP) ने मुसलमानों के खिलाफ जंग का आगाज कर दिया है.

मुंबई: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने देश में मुसलमानों के साथ हो रहे कथित दुर्व्यवहार को लेकर केंद्र पर हमला बोला है. उन्होंने गुरुवार को मुंबई (Mumbai) में छगन भुजबल 75वें जन्मदिन (75th birthday of Chhagan Bhujbal) के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं. फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि, हम आपके साथ हैं. हमें कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को एक रखना है. मैं एक मुस्लिम हूं, लेकिन भारतीय मुस्लिम हूं, मैं कोई चीनी मुस्लिम नहीं हूं. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले नेताओं में शिवसेना के उद्धव ठाकरे, गीतकार जावेद अख्तर और एनसीपी नेता अजीत पवार भी शामिल थे.

हम आपके साथ हैं: फारूक
नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हमलोग आपके साथ हैं. कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमें देश को एक रखना है. मैं मुसलमान हूं, लेकिन भारतीय मुसलमान हूं. मैं चीनी मुसलमान नहीं हूं. उन्होंने आगे कहा, हर कोई अलग हो सकता है. लेकिन हम सब मिलकर इस देश का निर्माण कर सकते हैं. इसे कहते हैं दोस्ती. धर्म लोगों को एक-दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता. यह हिंदुस्तान है. यह सभी का है.

बीजेपी नेताओं के बयान पर हुआ हंगामा
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की ये टिप्पणी बीजेपी के दो नेताओं के द्वारा दिल्ली में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर नफरत भरे भाषण देने के कुछ दिनों बाद आई है. जिसमें उन्होंने एक समुदाय के 'पूर्ण बहिष्कार' का आह्वान किया था. एक अक्टूबर को नई दिल्ली में 25 वर्षीय मनीष की हत्या के बाद 9 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा ने ये बयान दिया था.

विपक्षियों ने बीजेपी को घेरा
इस बयान के बाद विपक्षी नेताओं ने इस बयान को खतरनाक करार देते हुए बीजेपी की आलोचना की थी. कांग्रेस ने इस विवादास्पद बयान को लेकर कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर समाज को सांप्रदायिक बनाने और संविधान को नष्ट करने का आरोप लगाया था.

पढ़ें: जम्मू कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला ने अमित शाह के आरोपों को खारिज किया

तेजस्वी यादव ने भी लिया आड़े हाथ
इनके अलावा बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा था कि अगर विदेश में खासकर की मुस्लिम (Muslim) देशों में काम कर रहे भारतीयों के साथ कोई ऐसा ही व्यवहार करे तो क्या होगा? इस बयान पर एआईएमआईएम के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बीजेपी-आरएसएस का सांसद खुली सभा में मुसलमानों का बहिष्कार करने की शपथ ले रहा है. सच तो ये है कि बीजेपी (BJP) ने मुसलमानों के खिलाफ जंग का आगाज कर दिया है.

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