नई दिल्ली/पटना: बिहार की सत्ताधारी जेडीयू आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) के लिए जोरशोर से तैयारी कर रही है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी (KC Tyagi) ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में इसको लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि यूपी में हम हर हाल में चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि बीजेपी के साथ गठबंधन में रहकर चुनाव लड़ें. इस संदर्भ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से बात भी हुई है.
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सपा-बसपा से गठबंधन नहीं
जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि अगर बीजेपी से गठबंधन नहीं हुआ तो जेडीयू 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा और बसपा से हमारे संबंध अच्छे हैं, लेकिन उनके साथ गठबंधन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि छोटे दलों के साथ गठबंधन कर आगे बढ़ेंगे.
पिछड़े वर्ग को अधिक टिकट
त्यागी ने कहा कि यूपी में पिछड़े वर्ग को जितना प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला. यूपी सरकार के बड़े फैसलों में भी पिछड़े वर्ग की राय नहीं ली जाती है. इससे पिछड़ा वर्ग नाराज है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के कारण वहां के किसानों में भी नाराजगी है. पिछड़ा वर्ग एवं किसानों ने मिलकर ही प्रदेश और केंद्र में मोदी की सरकार बनवाई थी.
अकेले लड़ने से मिलेगा साथ
केसी त्यागी ने दावा किया है कि जेडीयू अकेले चुनाव लड़ेगी तो ज्यादा से ज्यादा टिकट किसानों और पिछड़ों को दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछड़ों के सबसे बड़े नेता हैं. इसका लाभ जेडीयू को वहां मिलेगा. अगर बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन हुआ तो इसका लाभ उन्हें भी बड़े स्तर पर मिलेगा.
बीजेपी के जवाब का इंतजार
जेडीयू नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जेडीयू कई विधानसभा और लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ चुकी है. जेडीयू के सांसद-विधायक और सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि एक महीने हो गए बीजेपी से गठबंधन को लेकर बात किए, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है.
कुर्मी कुशवाहा वैट बैंक पर पकड़
आपको बताएं कि बिहार में बीजेपी का जेडीयू से गठबंधन है, लेकिन पार्टी यूपी में अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. कुर्मी-कुशवाहा वैट बैंक पर जेडीयू की अच्छी पकड़ है. त्यागी के अनुसार उत्तर प्रदेश में इन जातियों की तादाद करीब 15 प्रतिशत है. हमें विश्वास है कि नीतीश कुमार को उनका साथ जरूर मिलेगा. वहीं इस वोट बैंक पर बीजेपी भी अपना दावा करती है. ऐसे में अगर दोनों अलग-अलग लड़ती है तो बीजेपी को नुकसान हो सकता है.
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जेडीयू ने पिछला चुनाव नहीं लड़ा
पिछली बार 2017 में जेडीयू ने आखिरी वक्त में यूपी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था. तब बिहार में नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा थे. 2012 में जेडीयू ने अकेले दम पर 220 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन एक भी सीट नहीं मिली. वहीं, 2007 में जेडीयू ने एनडीए के साथ 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से सिर्फ जौनपुर में जीत मिली.
अगले साल होना है इलेक्शन
उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के चुनाव वर्ष 2022 में प्रस्तावित है. 2017 में निर्वाचित वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को समाप्त होगा. 2017 चुनाव में बीजेपी ने अकेले दम पर 311 सीटें जीती थी. कुल 403 सीटों में से 324 पर बीजेपी गठबंधन, 54 पर एसपी-कांग्रेस गठबंधन, 19 पर बीएसपी और 6 सीटें अन्य के खाते में गई थी.
कौन हैं केसी त्यागी?
केसी त्यागी फिलहाल जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. वे 2013-2016 तक पार्टी के राज्यसभा सांसद भी थे. त्यागी को नीतीश कुमार का बेहद करीबी और भरोसेमंद माना जाता है. वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, लिहाजा यूपी चुनाव के लिए वे पार्टी के बड़े रणनीतिकार भी होंगे.