पटना: जदयू राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव के साथ विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने (JDU Leader KC Tyagi Said That JDU Will Not Join BJP) का प्रस्ताव पास हुआ. इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को अधिकृत किया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी इस पर फैसला हुआ था और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भी इस पर मुहर लगी. राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद जदयू राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने जानकारी दी कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे लेकिन दिल्ली जाकर 3 दिनों के प्रवास में कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे.
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'JDU बीजेपी के साथ कभी नहीं जाएगा' : जदयू की पिछले 3 दिनों से मैराथन बैठक हुई है और रविवार सुबह 11:00 बजे से 3:00 बजे तक बैठक चली. मीटिंग में राजनीति स्तर पर कई प्रस्ताव पास हुए हैं. वहीं बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए सीएम नीतीश कुमार को अधिकृत करने का प्रस्ताव भी पास हुआ.
"नीतीश कुमार दिल्ली जाकर कांग्रेस वामदलों, बंगाल की पार्टी, हरियाणा की पार्टी, एनसीपी सहित कई दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. राहुल गांधी से मुलाकात हो सकती है, उद्धव ठाकरे ने भी फोन किया है. अब कौन-कौन लोग आते हैं यह देखना है. केसीआर ने बिना कांग्रेस और बिना बीजेपी तीसरे मोर्चे की बात की थी लेकिन हम लोगों का मानना है कि बिना कांग्रेस और बिना वाम दल का कोई भी मोर्चा बीजेपी के खिलाफ सफल नहीं होगा"- केसी त्यागी, राष्ट्रीय महासचिव, जेडीयू
केसी त्यागी ने बीजेपी पर कसा तंज : केसी त्यागी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने बैठक में साफ कहा है कि अब बीजेपी में कभी नहीं जाएंगे. राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ सरकार बनाने की वजह भी बताई और उसके बारे में भी केसी त्यागी ने जानकारी दी कि किस प्रकार से बीजेपी नेताओं की बयानबाजी होती रही. 2020 के चुनाव में चिराग के माध्यम से जदयू को नुकसान पहुंचाया गया और फिर आरसीपी सिंह को लेकर भी नीतीश कुमार ने साफ कहा कि पार्टी के खिलाफ उन्होंने काम किया. केसी त्यागी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून और कॉमन सिविल कोड जैसे मुद्दों पर भी बीजेपी के रवैये पर नीतीश कुमार की नीति बीजेपी को पता है, उसके बावजूद बार-बार यह मुद्दा उठाना नीतीश कुमार को परेशान करने जैसा था.
'3 दिन के प्रवास पर रहेंगे CM नीतीश' : बीजेपी से अलग होने के पीछे कई कारण राष्ट्रीय परिषद की बैठक में गिनाए गए और इसकी जानकारी राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने दी. लेकिन मुख्य रूप से फोकस अब बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की है और उस मुहिम में नीतीश कुमार 3 दिन के दिल्ली प्रवास में विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 3 दिनों के लिए दिल्ली जा रहे हैं लेकिन राष्ट्रीय परिषद की बैठक में विपक्षी एकजुटता को लेकर विरोधाभास दिखने लगा है. केसीआर के कारण यह विरोधाभास दिख रहा है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर पटना आकर सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव से मिले थे और उन्होंने बैठक में कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर, तीसरे मोर्चे की बात की थी. जिस पर जदयू तैयार नहीं दिख रहा है. ऐसे में विरोधाभास अभी से दिखने लगा है. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब दिल्ली जाएंगे तो देखना है विपक्षी एकता की बात कहां तक आगे बढ़ती है.