बेंगलुरु: हाल ही में जनता दल सेक्युलर पार्टी परिवार के नेता देवेगौड़ा, कुमारस्वामी और निखिल गौड़ा ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर अपने राजनीतिक संबंधों को फिर से मजबूत करने की घोषणा की, जिसके कारण पार्टी से जुड़े अधिकांश मुस्लिम नेताओं ने इस्तीफा दे दिया. कुछ नेता अभी भी गठबंधन तोड़ने की मांग कर रहे हैं.
इस संबंध में जेडीएस पार्टी के कर्नाटक अध्यक्ष सीएम इब्राहिम ने भी अपनी नाराजगी जताते हुए एक बैठक की. साथी नेताओं से सलाह लेने के बाद उन्होंने मीडिया के सामने अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी जेडीएस ही असली पार्टी है और वह कभी भी एनडीए का समर्थन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वह देवेगौड़ा से भी आग्रह करेंगे कि वह एनडीए को समर्थन न दें.
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में जनता दल सेक्युलर पार्टी को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि 2018 में उनके 38 विधायक थे. माना जा रहा है कि इसी नाकामी के चलते जेडीएस ने अपनी पार्टी को बचाने के लिए बीजेपी से हाथ मिला लिया है. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) नेता एचडी कुमारस्वामी ने भाजपा के साथ हाथ मिलाने के पार्टी नेतृत्व के फैसले पर अपनी विद्रोही टिप्पणियों के लिए प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम पर पलटवार करते हुए कहा कि सीएम इब्राहिम एक बोर्ड स्थापित करेंगे.
उन्होंने कहा कि यह कहने का साहस करें कि उनकी पार्टी असली जेडीएस है. सीएम इब्राहिम ने पार्टी के कुछ नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए ये बात कही कि उनके पार्टी छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है, क्योंकि वह सच्चे जेडीएस हैं, क्योंकि वह जेडीएस के निर्वाचित अध्यक्ष हैं. इसके जवाब में जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी ने कहा कि अगर इब्राहिम की पार्टी असली है तो उन्हें बोर्ड लगाकर कहना चाहिए कि वह असली पार्टी हैं. उन्हें किसने रोका है? वे जो चाहें करें, वे करने के लिए स्वतंत्र हैं.