भोपाल। सूडान में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच युद्ध चल रहा है. युद्ध में भोपाल के कारोबारी जयंत भी फंसे हुए थे. जयंत सहित तमाम भारतीय वहां से सकुशल निकलकर जेद्दाह पहुंचे थे. इन भारतीयों को लेकर विमान दिल्ली पहुंच गया है. फ्लाइट में भोपाल के जयंत भी शामिल है. दिल्ली पहुंचने के बाद जयंत और अन्य लोगों का मेडिकल हुआ. जयंत के परिवार ने बताया कि अभी जयंत ज्यादा बात नहीं कर रहा है, लेकिन उनका कहना है कि हो सकता है वह गुरुवार को भोपाल आ जाए. नहीं तो जयंत शुक्रवार सुबह भोपाल आ जाएगा, क्योंकि सरकार की ओर से ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जो जिस शहर का है, वहां उसे भेज दिया जाए.
जयंत ने भेजी थी सेल्फी: जयंत की बहन वंशिका बताया कि जब जयंत जेद्दाह में था, तब उन्होंने भाई से बात करी थी. तब जयंत ने बताया था कि भारत आने के बाद वह सीधे भोपाल नहीं आएंगे. पहले दिल्ली में वह अपने परिचितों के यहां 1 दिन रुकेंगे. उसके बाद भोपाल आएंगे. वंशिका बताती हैं कि भाई ने अपनी सेल्फी भी हमें भेजी है, लेकिन उससे ज्यादा बात नहीं हो पाती, क्योंकि वहां पर नेटवर्क का इशू अभी भी आ रहा है. कंट्री चेंज होने के चलते नेटवर्क में प्रॉब्लम आ रही है. ऐसे में कई बार जयंत का मोबाइल स्विच ऑफ बताता है.
इससे जुड़ी खबर यहां पढ़ें सूडान में फंसा भोपाल का कारोबारी युवा, परिवार ने ETV भारत से बात कर लगाई मदद की गुहार |
सूडान में फंसे भारतियों को जेद्दाह भेजा गया: आपको बता दें कि सूडान में पैरा मिलिट्री और मिलिट्री के बीच लड़ाई चल रही है. जिसमें भोपाल के 23 साल के युवा जयंत भी फंस गए थे. जयंत को 20 तारीख को वापस स्वदेश लौटना था, लेकिन 15 अप्रैल से ही लड़ाई शुरू हो गई, तो जयंत वहां फंस गए. ऐसे में उनके परिवार को जयंत की काफी चिंता हो रही थी, लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे भारतीयों को निकाला गया है. जिन्हें सऊदी अरब के जेद्दाह पर रुकवाया गया है. अब एयर लिफ्ट कर कर भारत लाया जाएगा. फिलहाल जयंत की मां और उनके पिता के साथ उनकी बहन को अपने भाई के घर लौटने का इंतजार है. मां का कहना है कि जब बेटा घर आएगा तो सबसे पहले उसे उसके पसंदीदा हलवा वह खिलाएंगी. बहन वंशिका कहती हैं कि भाई की आरती उतारकर मैं उनका स्वागत करूंगी.