नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दिल्ली में जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने मुलाकात की. मुलाकात के बाद जावेद अख्तर ने कहा कि आज देश में परिवर्तन की जरूरत है. देश में आज कल माहौल कुछ तनावपूर्ण हो गया है. कुछ लोग भड़काऊ बयान देते हैं. वहीं, देश में तुष्टिकरण का प्रयास होता रहता है. कुछ समय पहले ही देश की राजधानी दिल्ली में दंगे हुए जिसमें कई लोगों की जान गई. ये सब ठीक नहीं है, इसलिए बदलाव होना चाहिए.
जावेद अख्तर ने कहा कि वह ममता को बधाई देने दिल्ली आए हैं. वह उनके शुक्रगुजार कि जब लेखकों के लॉयल्टी पर कानून बनने की बात आई थी, तब ममता बनर्जी ने इसका समर्थन किया था. आज लेखकों को जो लॉयल्टी मिलती है, वह कभी उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते थे.
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे अच्छा लोकतंत्र है, लोकतंत्र में हमेशा बेहतर बनाने की गुंजाइश होती है. आज हमें यह निर्णय लेना है कि हम कैसा हिंदुस्तान चाहते हैं. इसे बेहतर बनाना चाहिए और उसके लिए परिवर्तन होना चाहिए.
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ममता बनर्जी दिल्ली में लगातार विपक्षी पार्टी के नेताओं से भी मिल रही हैं. ऐसे में क्या वह एकजुट विपक्ष का नेतृत्व कर सकती हैं? इस सवाल को राजनैतिक बताते हुए जावेद अख्तर ने कहा कि सबसे पहले बदलाव के लिए लड़ना चाहिए और नेतृत्व कौन करेगा यह निर्णय आगे हो सकता है.
उनकी मुलाकात के बाद ममता खुद जावेद अख्तर और शबाना आजमी को छोड़ने के लिए बाहर तक आईं. जावेद अख्तर बाहर निकलते ही मीडिया से मुखातिब हुए लेकिन शबाना आजमी ने कोई बात नहीं की.
बता दें कि ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के चौथे दिन भी लगातार बैठकों का दौर जारी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और DMK सांसद कनिमोझी से मुलाकात के बाद शाम पांच बजे जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने भी ममता से मुलाकात की. शाम करीब 4:30 बजे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर वहां से निकलते दिखाई दिए.