जांजगीर चांपा/बिलासपुर: मुंबई हावड़ा मेन लाइन पर छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले में एक बड़ा रेल हादसा हो गया है. एक मालगाड़ी के 12 डब्बे पटरी से उतरकर इधर उधर बिखर गए. यह हादसा उस वक्त हुआ जब मालगाड़ी बिलासपुर से रायगढ़ की ओर जा रही थी. अकलतरा और नैला रेलवे स्टेशनों के बीच अकलतरा ईस्ट केबिन के पास इस मालगाड़ी के कई डब्बों ने पटरी छोड़ दी.
कई यात्री ट्रेनें प्रभावित: देश के सबसे व्यस्ततम रेलवे लाइनों में शुमार इस मार्ग पर मालगाड़ी के पटरी से उतरने पर कई गाड़ियां प्रभावित हुई हैं. ट्रैक पर पड़े वैगनों को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. कोरबा और बिलासपुर से राहत दल भी भेजा गया है. हादसे के बाद हावड़ा-मुंबई अप और डाउन लाइन पर यात्री और मालवाहक ट्रेनों की आवाजाही बाधित है.
हावड़ा से मुंबई रेल लाइन बाधित: रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक घटना दोपहर करीब 3 बजे की है. अकलतरा रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी के आठ वैगन और ब्रेक वैन पटरी से उतर गए. जिससे पटरियों और ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) लाइन के खंभों को नुकसान पहुंचा है. बिलासपुर और कोरबा से रेलवे अधिकारियों की एक टीम को मौके पर भेजा गया और ट्रेनों की आवाजाही बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है. घटना के पीछे का सही कारण जांच के बाद पता चलेगा. घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. अभी हादसे के बारे में रेलवे के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
अकलतरा रेलवे स्टेशन से रायगढ़ की ओर कुछ ही दूरी पर ट्रेन डिरेल होने की सूचना मिली. मौक पर पहुंचकर कानून व्यवस्था की स्थिति को संभाल लिया गया. -विक्रम अंचल, एसडीएम, अकलतरा
हो सकती थी बालासोर जैसी घटना: हादसे को कई लोगों ने देखा और वीडियो भी बनाया. प्रत्यक्षदर्शी आकाश कुमार के मुताबिक मालग़ाडी रेलवे स्टेशन से निकली तो चक्के में कई ब्लास्ट हुआ और चिंगारी भी निकलने लगी. केबिन से कुछ दूर जाकर बोगियां एक एक कर पटरी से नीचे गिरने लगीं. गार्ड बोगी से बहुत जोर से झटका खा रहा था. फिर चारों तरफ एकदम से धूल ही धूल हो गया. धूल छंटने के बाद तीनों ट्रैक पर मालगाड़ी के डब्बे और टूटे हुए पहिए नजर आए, इसे देकर शरीर कांप गया. गनीमत थी कि उस दौरान कोई यात्री ट्रेन नहीं गुजर रही थी, वरना ओडिशा के बालासोर जैसी घटना हो सकती थी.
हादसे का जानकारी न मिलने से बिलासपुर में यात्री हलकान: मुंबई-हावड़ा अति व्यस्त रेलवे लाइन में शुमार है. बिलासपुर से हजारों लोग रोजाना अप-डाउन करते हैं. दोपहर में इस रूट पर हुए हादसे की जानकारी यात्रियों को रेलवे की ओर से नहीं दी गई. घंटों इंतजार के बाद जब सब्र जवाब दे गया तो लोगों ने खुद ही पता किया. जरूरी काम से नागपुर या हावड़ा की ओर जाने वालों के पास अब बस से भी जाने का आप्शन नहीं बचा. बांहनीडीह के रहने वाले सुमित अग्रवाल को विशाखापट्टनम जाना था तो युगल किशोर को गोंडवाना ट्रेन पकड़नी थी, लेकिन ट्रेन ही नहीं मिल पाई. नागपुर के एडवोकेट महेश नथानी बिलासपुर कोर्ट से काम निबटाने के बाद घंटों ट्रेन का इंतजार करते रहे. यात्रियों का मानना है कि ऐसी स्थिति में रेलवे को अपने इंफार्मेशन सिस्टम में सुधान लाने की जरूरत है, ताकि इस तरह की दुश्वारी से बचा जा सके.
पिछले महीने छत्तीसगढ़ में हुए रेल हादसे:
11 जून 2023: बिलासपुर में जयरामनगर और कोटमीसोनर रेलवे स्टेशन के बीच एक ही ट्रैक पर मेमू और मालगाड़ी आमने सामने आ गई. मेमू ट्रेन रायपुर से कोरबा जा रही थी. मेमू और मालगाड़ी के बीच लगभग 100-200 मीटर की दूरी बची थी. घटना के बाद ट्रेन में सवार यात्री नीचे उतरे और इस घटना को वीडियो भी बनाया, जो वायरल हुआ.
13 जून 2023: कोरबा के कोयलांचल क्षेत्र कुसमुंडा में रेलवे लाइन पर मालगाड़ी की चपेट में कार आ गई, जिसे मालगाड़ी ने 500 मीटर तक घसीटा. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नही हुई. हादसा कोरबा के कुसमुंडा क्षेत्र के गंगानगर के पास हुआ.
19 जून 2023: बस्तर के कोत्तवलसा-किरंदुल रेलमार्ग पर बोड्डावरा यार्ड में मालगाड़ी के 6 वैगन डीरेल हो गए. हादसे से इस रूट पर आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. ट्रैक ठीक करने के बाद 20 जून से इस रूट पर आवागमन दोबारा शुरू हो पाया.