नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की तुरंत कार्रवाई की बदौलत ग्लेशियर में फंसे दो नागरिकों की जान बचाई जा सकी है. जानकारी के अनुसार यह घटना रविवार शाम 2 जुलाई को हुई. बताया जा रहा है कि ग्लेशियर में फंसे दोनों नागरिक की पहचान पर्वतारोहियों के तौर पर हुई है. यह पूरा ऑपरेशन भारतीय वायुसेना के श्रीनगर स्टेशन से लॉन्च किया गया. वायुसेना के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के ग्लेशियर में फंसे दोनों व्यक्तियों को मेडिकल सहायता मिल रही है.
इस संदर्भ में आधिकारिक जानकारी देते हुए भारतीय वायुसेना ने बताया कि रविवार शाम एक तेज और सफल ऑपरेशन में, आईएएफ एएलएच एमके 3 हेलीकॉप्टर ने ठीक समय पर थाजवास ग्लेशियर से दो घायल नागरिक पर्वतारोहियों को बचाया गया. जांच के बाद पता चला है कि थाजवास ग्लेशियर में फंसे इन दोनों पर्वतारोहियों में से एक को कई फ्रैक्चर, हाइपोथर्मिया और अन्य चोटें आई थीं.
वायुसेना के मुताबिक, इन दोनों पर्वतारोहियों को ग्राउंड पार्टी द्वारा दुर्गम ग्लेशियर में देखा गया. जहां यह पर्वतारोही फंसे थे, वह स्थान काफी दुर्गम था. यहां हेलीकॉप्टर के पास लैंडिंग क्षेत्र नहीं था और कम होवर ऑपरेशन का सहारा लिया गया. इतना दुर्गम क्षेत्र होने के बावजूद वायुसेना ने ना केवल तुरंत सक्रिय हुई, बल्कि दोनों पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकालने के बाद से उन्हें वायुसेना के ही अस्पताल में मेडिकल सहायता के लिए भर्ती भी कराया गया.
वायुसेना का कहना है कि ग्लेशियर में फंसे दोनों व्यक्तियों को सफलतापूर्वक निकालने से अस्पताल में भर्ती कराने तक का पूरा ऑपरेशन एक घंटे से भी कम समय में समाप्त हो गया. इस अवधि में राहत दल के आने-जाने की यात्रा भी शामिल थी. वायुसेना स्टेशन श्रीनगर पूरे ऑपरेशन का प्रभारी था, जहां से हेलीकॉप्टर लॉन्च किया गया और ऑपरेशन को नियंत्रित किया गया.
(आईएएनएस)