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Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर प्रशासन ने SKIMS की स्वायत्तता वापस ली

जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शेर-ए-कश्मीर इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' (SKIMS) का स्वायत्त दर्जा वापस ले लिया है. इसकी कई राजनीतिक पार्टियों ने आलोचना की है. बता दें कि संस्थान की परिकल्पना नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापनक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने की थी. वहीं दूसरी ओर तीन महीन की शीतकालीन छुट्टी के बाद कश्मीर में स्कूल खुल गए.

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Published : Mar 1, 2023, 6:15 PM IST

Jammu Kashmir Administration
जम्मू कश्मीर प्रशासन

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर प्रशासन ने घाटी के प्रमुख तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य संस्थान 'शेर-ए-कश्मीर इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' (SKIMS) का स्वायत्त दर्जा वापस ले लिया है, जिसकी राजनीतिक दलों ने आलोचना की है. सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव की ओर से एसकेआईएमएस के निदेशक को लिखे पत्र में कहा गया है कि संस्थान का प्रशासन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंपा गया है.

इसमें कहा गया है, 'आपको यह बताने का निर्देश दिया गया है कि अब सभी मामले/ प्रस्ताव/केस फाइल स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के माध्यम से सक्षम प्राधिकारी (एचएलजी) के विचार अथवा अनुमोदन के लिए प्रस्तुत की जा सकती है.' राजनीतिक दलों ने प्रशासन के इस कदम की आलोचना की है और इस निर्णय को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है. नेशनल कांफ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने कहा कि प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान की परिकल्पना पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने की थी, जिन्हें 'शेर ए कश्मीर' के नाम से जाना जाता है.

उन्होंने कहा कि संस्थान को स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में लाकर इसकी स्वायत्तता को कम करना सरकार के 'न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन' के मंत्र के विपरीत है. माकपा नेता एमवाई तारिगामी ने कहा कि एसकेआईएमएस की स्वायत्तता वापस लेने से मरीजों और अनुसंधान करने वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

तीन महीने के शीतकालीन अवकाश के बाद कश्मीर में खुले विद्यालय - कश्मीर में सर्दियों के कारण तीन महीने तक बंद रहे विद्यालय बुधवार को खुल गए. घाटी में वर्षा के बाद सर्दी के मौसम में अचानक बदलाव आ गया था, लेकिन वर्षा ने बच्चों का उत्साह फीका कर दिया. उनमें से कई लंबे समय तक घर में बैठे-बैठे उकता रहे थे. एक स्थानीय निजी विद्यालय के छात्र तहूर अहमद ने कहा, 'मैं खुश हूं कि हम अब (स्कूल) फिर से आने लगे हैं. इतने लंबे समय तक घर में बैठे रहने से मन उकता गया था.'

एक अन्य छात्रा फरीहा अपने दोस्तों से मिलकर खुश है. उसने कहा, 'तीन महीने बाद, मैं विद्यालय लौट आयी हूं. मुझे अपने अध्यापकों एवं दोस्तों की बहुत याद आ रही थी. मुझे खुशी हो रही है कि इतने लंबे समय बाद मैं उनसे मिल रही हूं.' कश्मीर में पिछले साल दिसंबर में विद्यालय शीतकालीन अवकाश के लिए बंद हुए थे. उस दौरान पारा हिमांक से नीचे लुढ़क गया था. दिसंबर-जनवरी में घाटी में कई बार हिमपात एवं वर्षा भी हुई.

हालांकि सुबह में जल्दी विद्यालय खोलने को लेकर प्रशासन की कुछ आलोचना भी हो रही है क्योंकि कश्मीर में अब भी ठंड है. कश्मीर के संभागीय आयुक्त वी के भिदूरी ने कहा कि शहर में निर्माण कार्य के जारी रहने के कारण विद्यालयों के खुलने का समय थोड़ा पहले रखा गया है.

ये भी पढ़ें - Property Tax in jammu kashmir : एलजी मनोज सिन्हा बोले-40 फीसदी परिवारों को नहीं देना होगा प्रॉपर्टी टैक्स

(पीटीआई-भाषा)

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर प्रशासन ने घाटी के प्रमुख तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य संस्थान 'शेर-ए-कश्मीर इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' (SKIMS) का स्वायत्त दर्जा वापस ले लिया है, जिसकी राजनीतिक दलों ने आलोचना की है. सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव की ओर से एसकेआईएमएस के निदेशक को लिखे पत्र में कहा गया है कि संस्थान का प्रशासन स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंपा गया है.

इसमें कहा गया है, 'आपको यह बताने का निर्देश दिया गया है कि अब सभी मामले/ प्रस्ताव/केस फाइल स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के माध्यम से सक्षम प्राधिकारी (एचएलजी) के विचार अथवा अनुमोदन के लिए प्रस्तुत की जा सकती है.' राजनीतिक दलों ने प्रशासन के इस कदम की आलोचना की है और इस निर्णय को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है. नेशनल कांफ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने कहा कि प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान की परिकल्पना पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने की थी, जिन्हें 'शेर ए कश्मीर' के नाम से जाना जाता है.

उन्होंने कहा कि संस्थान को स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में लाकर इसकी स्वायत्तता को कम करना सरकार के 'न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन' के मंत्र के विपरीत है. माकपा नेता एमवाई तारिगामी ने कहा कि एसकेआईएमएस की स्वायत्तता वापस लेने से मरीजों और अनुसंधान करने वालों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

तीन महीने के शीतकालीन अवकाश के बाद कश्मीर में खुले विद्यालय - कश्मीर में सर्दियों के कारण तीन महीने तक बंद रहे विद्यालय बुधवार को खुल गए. घाटी में वर्षा के बाद सर्दी के मौसम में अचानक बदलाव आ गया था, लेकिन वर्षा ने बच्चों का उत्साह फीका कर दिया. उनमें से कई लंबे समय तक घर में बैठे-बैठे उकता रहे थे. एक स्थानीय निजी विद्यालय के छात्र तहूर अहमद ने कहा, 'मैं खुश हूं कि हम अब (स्कूल) फिर से आने लगे हैं. इतने लंबे समय तक घर में बैठे रहने से मन उकता गया था.'

एक अन्य छात्रा फरीहा अपने दोस्तों से मिलकर खुश है. उसने कहा, 'तीन महीने बाद, मैं विद्यालय लौट आयी हूं. मुझे अपने अध्यापकों एवं दोस्तों की बहुत याद आ रही थी. मुझे खुशी हो रही है कि इतने लंबे समय बाद मैं उनसे मिल रही हूं.' कश्मीर में पिछले साल दिसंबर में विद्यालय शीतकालीन अवकाश के लिए बंद हुए थे. उस दौरान पारा हिमांक से नीचे लुढ़क गया था. दिसंबर-जनवरी में घाटी में कई बार हिमपात एवं वर्षा भी हुई.

हालांकि सुबह में जल्दी विद्यालय खोलने को लेकर प्रशासन की कुछ आलोचना भी हो रही है क्योंकि कश्मीर में अब भी ठंड है. कश्मीर के संभागीय आयुक्त वी के भिदूरी ने कहा कि शहर में निर्माण कार्य के जारी रहने के कारण विद्यालयों के खुलने का समय थोड़ा पहले रखा गया है.

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(पीटीआई-भाषा)

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