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विदेश मंत्री जयशंकर ने ऑस्ट्रिया के अपने समकक्ष शैलेनबर्ग से मुलाकात की

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Published : Jan 1, 2023, 8:41 PM IST

एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री अलेक्जेंडर शैलेनबर्ग से मुलाकात की. अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर यहां प्रवासी भारतीयों को सम्बोधित करने के अलावा कई महत्वपूर्ण उच्च-स्तरीय बैठकों की भी अध्यक्षता करेंगे.

Jaishankar meets Austrian
विदेश मंत्री जयशंकर

वियना : विदेश मंत्री एस. जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने नए साल पर अपने पहले राजनयिक कार्यक्रम के तहत रविवार को ऑस्ट्रिया के अपने समकक्ष अलेक्जेंडर शैलेनबर्ग से मुलाकात की. दो देशों की अपनी आधिकारिक यात्रा के दूसरे चरण में साइप्रस से यहां पहुंचे जयशंकर ने नए साल पर आयोजित वियना फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा के कार्यक्रम में जाने से पहले चांसलर कार्ल नेहमर से भी मुलाकात की.

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'वियना में अपने मित्र अलेक्जेंडर शैलेनबर्ग से मिलकर प्रसन्नता हुई. (यह) 2023 की मेरी पहली राजनयिक यात्रा है. उन्हें वियना में पारम्परिक नववर्ष कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने पर धन्यवाद दिया.' पिछले 27 साल में भारत के विदेश मंत्री की ऑस्ट्रिया की यह पहली यात्रा है और दोनों देशों के बीच 75 वर्षों के राजनयिक संबंधों की पृष्ठभूमि में 2023 में ही यह संभव हो सका है.

जयशंकर ने बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन जॉर्जियेव रादेव से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की. उन्होंने ट्वीट किया, 'वियना में बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन जॉर्जियेव रादेव से मुलाकात हुई. (हमने) मेक इन इंडिया और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में सहयोग को और अधिक मजबूत बनाने पर विचार विमर्श किया.'

अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर यहां प्रवासी भारतीयों को सम्बोधित करने के अलावा कई महत्वपूर्ण उच्च-स्तरीय बैठकों की भी अध्यक्षता करेंगे. शैलेनबर्ग ने मार्च 2022 में भारत की यात्रा की थी.

गौरतलब है हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने कहा था कि चीन द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर एकतरफा बदलाव किए जाने की किसी भी कोशिश से भारत सहमत नहीं होगा. उन्होंने रेखांकित किया कि नई दिल्ली के बीजिंग के साथ संबंध 'सामान्य नहीं' हैं और मुख्य मुद्दों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. जयशंकर ने कहा कि भारत के सामने अपनी सीमाओं पर चुनौतियां हैं, जो कोविड काल के दौरान तीव्र हो गईं.

उन्होंने कहा, 'आज चीन के साथ हमारे संबंधों की स्थिति बहुत सामान्य नहीं है, क्योंकि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा को एकतरफा बदलने के किसी भी प्रयास के लिए कभी सहमत नहीं होंगे.' जयशंकर ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के 'मूल मुद्दे पर कोई समझौता' नहीं किया जाएगा.

पढ़ें- चीन के साथ संबंध 'सामान्य नहीं', भारत LAC पर एकतरफा बदलाव की किसी कोशिश से सहमत नहीं होगा: जयशंकर

(भाषा इनपुट के साथ)

वियना : विदेश मंत्री एस. जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने नए साल पर अपने पहले राजनयिक कार्यक्रम के तहत रविवार को ऑस्ट्रिया के अपने समकक्ष अलेक्जेंडर शैलेनबर्ग से मुलाकात की. दो देशों की अपनी आधिकारिक यात्रा के दूसरे चरण में साइप्रस से यहां पहुंचे जयशंकर ने नए साल पर आयोजित वियना फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा के कार्यक्रम में जाने से पहले चांसलर कार्ल नेहमर से भी मुलाकात की.

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'वियना में अपने मित्र अलेक्जेंडर शैलेनबर्ग से मिलकर प्रसन्नता हुई. (यह) 2023 की मेरी पहली राजनयिक यात्रा है. उन्हें वियना में पारम्परिक नववर्ष कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने पर धन्यवाद दिया.' पिछले 27 साल में भारत के विदेश मंत्री की ऑस्ट्रिया की यह पहली यात्रा है और दोनों देशों के बीच 75 वर्षों के राजनयिक संबंधों की पृष्ठभूमि में 2023 में ही यह संभव हो सका है.

जयशंकर ने बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन जॉर्जियेव रादेव से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की. उन्होंने ट्वीट किया, 'वियना में बुल्गारिया के राष्ट्रपति रुमेन जॉर्जियेव रादेव से मुलाकात हुई. (हमने) मेक इन इंडिया और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में सहयोग को और अधिक मजबूत बनाने पर विचार विमर्श किया.'

अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर यहां प्रवासी भारतीयों को सम्बोधित करने के अलावा कई महत्वपूर्ण उच्च-स्तरीय बैठकों की भी अध्यक्षता करेंगे. शैलेनबर्ग ने मार्च 2022 में भारत की यात्रा की थी.

गौरतलब है हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने कहा था कि चीन द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर एकतरफा बदलाव किए जाने की किसी भी कोशिश से भारत सहमत नहीं होगा. उन्होंने रेखांकित किया कि नई दिल्ली के बीजिंग के साथ संबंध 'सामान्य नहीं' हैं और मुख्य मुद्दों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. जयशंकर ने कहा कि भारत के सामने अपनी सीमाओं पर चुनौतियां हैं, जो कोविड काल के दौरान तीव्र हो गईं.

उन्होंने कहा, 'आज चीन के साथ हमारे संबंधों की स्थिति बहुत सामान्य नहीं है, क्योंकि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा को एकतरफा बदलने के किसी भी प्रयास के लिए कभी सहमत नहीं होंगे.' जयशंकर ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के 'मूल मुद्दे पर कोई समझौता' नहीं किया जाएगा.

पढ़ें- चीन के साथ संबंध 'सामान्य नहीं', भारत LAC पर एकतरफा बदलाव की किसी कोशिश से सहमत नहीं होगा: जयशंकर

(भाषा इनपुट के साथ)

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