जयपुर. शहर में ट्रैफिक रूल्स वायलेशन की कीमत एक महिला को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी. हालांकि स्थानीय लोग पूरी गलती मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की बता रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह झाड़ियों में छिपकर बैठे थे और ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने के लिए उन्हें लपक रहे थे. आरोप है कि गुरुवार को भी एक स्कूटी सवार महिला को पुलिसकर्मियों ने लपकने की कोशिश की, जिससे बैलेंस बिगड़ने से स्कूटी ट्रक के नीचे आ गई.
स्कूटी सवार दो महिला और एक बच्ची सड़क पर गिर गई, जिनमें से एक महिला की ट्रक के नीचे आने से मौत हो गई. घटना मानसरोवर थाना इलाके भृगु पथ न्यू सांगानेर रोड की है. जहां गुरुवार शाम स्कूटी पर जा रही दो सगी बहनों और एक डेढ़ साल की बच्ची को ट्रक ने टक्कर मार दी. इससे बच्ची उछल कर दूर गिर गई, लेकिन ट्रक के टायर के नीचे आई एक महिला को ट्रक 200 फीट तक घसीट कर ले गया. हादसे में झुंझुनू की रहने वाली नीलम चौधरी (28) की मौत हो गई. वह झुंझुनू से अपनी बेटी का इलाज करवाने के लिए श्री श्याम विस्तार कॉलोनी पृथ्वीराज नगर में रहने वाली अपनी बहन अनीला चौधरी के पास आई थी.
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पुलिस ने सभी आरोपों से नकारा- ट्रैफिक पुलिस के हैंड कांस्टेबल सुशील और कांस्टेबल सुमेर वाहनों का चालान कर रहे थे. उन्होंने ऑटो को रुकवा रखा था, इसी दौरान एक ट्रक के साथ-साथ लेफ्ट साइड से चलते हुए अनीला चौधरी स्कूटी चला रही थी. दोनों पुलिस कर्मियों ने ट्रक को रोकने का इशारा किया, जिससे ट्रक चालक अनियंत्रित हो गया और स्कूटी को टक्कर मार दी. जिससे स्कूटी के पीछे बैठी नीलम की गोद में बैठी उसकी डेढ़ साल की बच्ची उछलकर गिर गई. जबकि नीलम ट्रक के नीचे आ गई. पुलिसकर्मियों का आरोप है कि इन्होंने हेलमेट नहीं लगा रखा था. जबकि परिजनों व प्रत्यक्षदशियों का कहना है कि महिला ने हेलमेट लगा रखा था. यह भी आरोप है कि घटना दोनों पुलिसकर्मियों के सामने हुई लेकिन दोनों ने घायलों की कोई मदद नहीं की.
शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन- हादसे के बाद मौके पर सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए, जिन्होंने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. राहगीरों व स्थानीय लोगों ने महिला को धनवंतरी हॉस्पिटल पहुंचाया लेकिन डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों के साथ पहुंचे स्थानीय लोगों ने और कांग्रेस से विधायक प्रत्याशी रहे पुष्पेंद्र भारद्वाज सहित स्थानीय लोगों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग करते हुए गलत पद्धति से चालान काटने, अवैध वसूली करने सहित कई आरोप लगाए.
पुष्पेंद्र ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की लापरवाही से एक बहन की जान चली गई. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों व जयपुर कलेक्टर से बात की और घटना में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई व परिजनों की मुआवजा देने के आश्वासन के बाद देर रात सड़क से शव को हटाकर जयपुरिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया. वहीं पुलिस ने ट्रक को भी सीज कर लिया है और उसके दस्तावेजों के आधार पर आरोपी चालक की तलाश की जा रही है.