जयपुर: राजस्थान से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. राजधानी जयपुर का यह मामला है. बता दें, जिस आईपीएस अधिकारी को महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उसी ने रिश्वत में महिला की इज्जत मांग ली.
उसके बाद पीड़िता ने एसीबी मुख्यालय में गुहार लगाई. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसीबी डीजी बीएल सोनी ने खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग की और ईस्ट जिले के एसीपी वुमन क्राइम सेल कैलाश चंद बोहरा को गिरफ्तार किया.
रिश्वत के तौर पर महिला की इज्जत से खेलने वाले एसीपी वुमन क्राइम सेल ईस्ट कैलाश चंद बोहरा को एसीबी के एडिशनल एसपी नरोत्तम लाल वर्मा ने डीसीपी ईस्ट कार्यालय से गिरफ्तार किया. नरोत्तम लाल वर्मा ने बताया कि पीड़िता ने जवाहर सर्किल थाने में एक युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के प्रकरण सहित कुल 3 मामले दर्ज करवाए थे. इन तीनों ही मामलों की जांच एसीपी कैलाश चंद बोहरा को सौंपी गई थी.
जब पीड़िता ने एसीपी से मुलाकात कर फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई तो आरोपी को गिरफ्तार करने के बदले में एसीपी कैलाश चंद बोहरा ने पीड़िता से अस्मत की मांग कर डाली, जिस पर पीड़िता ने एसीबी में इसकी शिकायत की.
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शिकायत का सत्यापन करने के बाद आज एसीबी टीम ने एसीपी कैलाश चंद बोहरा को गिरफ्तार कर लिया. रिश्वत के रूप में अस्मत की मांग करने वाले एसीपी कैलाश चंद बोहरा ने रविवार को महिला को अपने कार्यालय बुलाया और उसी दौरान कैलाश चंद बोहरा को पीड़िता के साथ आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, इस पूरे प्रकरण में एसीबी की जांच जारी है.