नई दिल्ली : उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद इलाके में शांति है. जहांगीरपुरी तथा अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. विशेष आयुक्त, कानून-व्यवस्था (जोन-1) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि मौके पर शांति है. हम लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं. हमने उनसे शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. जहांगीरपुरी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा, हमने पर्याप्त संख्या में पुलिसबल तैनात किया है और हमने स्थिति पर काबू पा लिया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक, शनिवार को हुई हिंसा में 8 पुलिसकर्मियों और एक नागरिक सहित 9 लोग घायल हुए हैं और अस्पताल में उनका इलाज किया गया. एक सब-इंस्पेक्टर को गोली लगी. उसकी हालत स्थिर है. पुलिस ने 27 आर्म्स एक्ट के साथ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 186, 353, 332, 323, 427, 436, 307, 120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है. सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों को जहांगीरपुरी हिंसा के पीछे कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की बड़ी साजिश का शक है.
'अवैध प्रवासियों' की भूमिका की जांच की मांग
वहीं, भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं ने जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के अवसर पर आयोजित जुलूस के दौरान हुई झड़प को 'साजिश' करार दिया और घटना में 'अवैध प्रवासियों' की भूमिका की जांच की मांग उठाई. भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि जुलूस पर 'हमला, अचानक हुई घटना नहीं बल्कि एक साजिश थी.' भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि जुलूस पर पथराव एक 'आतंकवादी हमला' था. उन्होंने देश से अवैध प्रवासियों को तत्काल बाहर निकालने की मांग की.
आदेश गुप्ता ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे हिंसा की जांच का आदेश देने का आग्रह करेंगे. उन्होंने यह भी सवाल किया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की बस्ती को पानी और बिजली के कनेक्शन कैसे दिए गए? उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, 'मैं (मुख्यमंत्री) अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि वह शहर में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को पानी और बिजली क्यों मुहैया करा रहे हैं.'
भाजपा नेता ने दिल्लीवासियों से शांति बनाए रखने की भी अपील की और कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल क्षेत्र का दौरा करेगा. मनोज तिवारी ने घटना के बाद ट्वीट किया, 'अवैध प्रवासी बड़ा खतरा हैं और इसकी जांच की जरूरत है क्योंकि वे हमारे देश के सद्भाव को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जो लोग उनका संरक्षण कर रहे हैं और उन्हें यहां बसने में मदद कर रहे हैं, वे एक बड़ा खतरा हैं.'
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इस बीच, मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हिंसा भड़काने के संबंध में विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का सामना कर रहे कपिल मिश्रा ने कहा कि सभी अवैध प्रवासियों के कागजात की जांच की जानी चाहिए और उन्हें तुरंत निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हनुमान जयंती जुलूस पर हमला एक संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग था. यह एक आतंकवादी हमला था. बांग्लादेशी घुसपैठियों की बस्तियां अब हमलों में शामिल हैं.'
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल ने कहा कि दिल्ली का भाईचारा कायम रखें. किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. दिल्ली को बचाने के लिए, भाईचारा एवं शांति कायम करने के लिए मिल-जुलकर काम करें. उन्होंने जहरीले बयानों और ऐसे संदेशों को भी नजरअंदाज करने की अपील की. लोगों को भड़काऊ और ज्वलंत ट्वीट या संदेश फैलाने से भी बचने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने ईमानदारी से जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है.