नई दिल्ली : उत्तर पश्चिम दिल्ली जिसके अंतर्गत जहांगीरपुरी इलाका आता है, वहां से भाजपा सांसद हंसराज हंस (BJP MP Hansraj Hans) ने कहा कि यह दंगा नहीं बल्कि तनाव फैलाने की कोशिश की गई थी इसे हम दंगे का नाम नहीं दे सकते. हंसराज हंस ने कहा कि स्थानीय लोगों से मुलाकात की है. यहां के लोगों का कहना है कि वह पहले से यहां पर शांतिपूर्वक रहते आए हैं. चाहें वह हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या फिर ईसाई हो हमने सभी का यहां पर स्वागत किया है. दीपावली इकट्ठे मनाते हैं. पहले से कोई आपत्ति नहीं थी मगर कुछ बाहरी लोगों ने आकर यहां पर अशांति फैलाने की कोशिश की है.
इस सवाल पर कि इलाके के सांसद होने के नाते पूरे इलाके की जिम्मेदारी उनके पास है, हर धर्म के लोग यहां आते होंगे. एक संप्रदाय पर क्या बुलडोजर चलाना उचित कदम है.? बीजेपी सांसद ने कहा कि यदि एक समुदाय या एक वर्ग पर बुलडोजर चल रहा हो तो गलत है, लेकिन जहां भी अवैध कब्जा है वहां पर ये चल रहा है. कचरों की सफाई हो रही है तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. ऐसी जगह पर जहां आपत्तिजनक सामग्री है, हथियार हैं,अवैध कब्जा है, इसमें किसी को टारगेट नहीं किया जा रहा है और ना ही किसी एक संप्रदाय को टारगेट कर बुलडोजर चलाया जा रहा है.
अवैध कब्जा बनने ही क्यों दिया गया पर ये कहा : इस सवाल पर कि आखिर अवैध कब्जा बनाने ही क्यों दिया जाता है? उन्होंने कहा यह गलती जरूर है कि शुरुआत में ही अवैध कब्जा क्यों बना दिया गया. जिनके पास कागजात और डाक्यूमेंट्स हैं वह तो सही हैं मगर जिन्होंने अवैध तरीके से कब्जा किया वह गलत है. इस काम में किसी की मिलीभगत है तो उन्हें भी अपराधियों की श्रेणी में रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति नहीं करनी चाहिए. अपराधी किसी भी धर्म का हो उसकी पैरवी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गहत काम करने वाला चाहे मेरा ही बेटा क्यों न हो, उसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.
इस सवाल पर कि खरगोन और करौली से ये मामला शुरू हुआ. जगह-जगह पत्थरबाजी हो रही है, क्या लगता है कि जानबूझकर कोई साजिश की जा रही है? विपक्ष पूरी तरह से लामबंद होकर सरकार पर आरोप लगा रहा है क्या चुनाव की राजनीति है यह? भाजपा सांसद हंसराज हंस का कहना है कि चुनाव से नहीं बल्कि जब-जब देश में विदेशी मेहमान आते हैं ऐसी कोशिश की जाता है. इससे पहले भी जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आए थे तो दिल्ली में दंगे कराए गए थे. अब जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो इस तरह की कम्युनल टेंशन की कोशिश की गई है.
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जा सकता है की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को ऊंचाइयों पर उठाया है. भारत के अक्स को शीर्ष पर पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि पहले जब कहीं जी-20 होता था तो हमारे देश के प्रधानमंत्री कहीं किनारे खड़े होते थे लेकिन आज प्रधानमंत्री कहीं भी जाते हैं तो उनकी अलग साख है. यदि वह नवरात्रि में जाते हैं तो वहां भी वह नींबू पानी पीते हैं. अपने देश की संस्कृति को लेकर वहां जाते हैं.
इस सवाल पर कि केंद्र सरकार की नाक के नीचे दूसरी बार दंगा हो रहा है क्या इंटेलिजेंस फेल्योर नहीं मानते? भाजपा सांसद का कहना है कि हां यह जरूर है कि एजेंसियों को मालूम होना चाहिए था लेकिन ऐसा पहले दिल्ली में कभी नहीं हुआ कि कोई शोभायात्रा निकल रही हो, नगर कीर्तन जा रहा हो तो हमले हों, यह पहली बार हुआ है जब शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की गई है. मुझे लगता है कि साजिश तो गहरी थी मगर यह फेल हो गई (conspiracy was deep but failed) .
इस सवाल पर कि आप वहां से सांसद हैं आपके पास तो सभी संप्रदाय के लोग आ रहे होंगे? हंसराज हंस का कहना है कि 'मैंने सभी संप्रदाय के लोगों से मुलाकात की थी. पीस कमेटी भी बनाने में मदद की. उन सभी लोगों ने कहा कि हम दोबारा यहां पर तनाव फैलने नहीं देंगे.' उन्होंने कहा कि हालात काबू में हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह एक सिंगर भी हैं और वह शायराना अंदाज में लोगों से शांति की अपील करेंगे. उन्होंने कहा कि हर एक जान की वैल्यू है इसलिए हमारी प्राथमिकता सबकी जान बचाना है और साजिश गहरी थी जिसे फेल कर दिया गया.
मिट्टी हैं तो पल भर में बिखर जाएंगे हम लोग, खुशबू है तो हर दौर को महकाएंगे हम, हर दौर में आएंगे हम लोहे सफर में, हमें नामों से न पहचानों कल किसी और नाम से आ जाएंगे हम.
इन शब्दों से जहांगीरपुरी के सांसद हंसराज हंस ने लोगों से शांति की अपील की है.
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