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जम्मू कश्मीर बैंक में अनियमितता का मामला: सीबीआई ने आठ स्थानों पर ली तलाशी

सीबीआई ने पिछले साल 11 नवंबर को मुंबई में एकीकृत कार्यालय के लिए बैंक द्वारा लगभग 180 करोड़ रुपये में आकृति गोल्ड इमारत की खरीद मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी.

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जम्मू कश्मीर बैंक फ्रॉड मामला
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Published : May 10, 2022, 9:18 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू-कश्मीर बैंक के मुंबई में कार्यालय के लिए भवन की खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में बैंक के पूर्व अध्यक्ष हसीब द्राबू और कुछ अन्य शीर्ष पूर्व अधिकारियों के परिसर में मंगलवार को तलाशी ली और कई 'महत्वपूर्ण दस्तावेज' बरामद करने का दावा किया. अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने पिछले साल 11 नवंबर को मुंबई में एकीकृत कार्यालय के लिए बैंक द्वारा लगभग 180 करोड़ रुपये में आकृति गोल्ड इमारत की खरीद मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मुंबई, श्रीनगर और जम्मू में आठ स्थानों पर तलाशी ली. अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने जम्मू कश्मीर सरकार के एक संदर्भ पर मामला दर्ज किया था.

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान बैंक के तत्कालीन निदेशक एमआई शाहदाद और विक्रांत कुठियाला तथा कार्यकारी निदेशक एके मेहता के परिसरों की भी तलाशी ली गई. मामले में दूसरी बार तलाशी अभियान चलाया गया है. चारों बैंक की संपदा समिति के सदस्य भी थे. सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया, 'सीबीआई आज जम्मू, श्रीनगर और मुंबई सहित आठ स्थानों पर निदेशक मंडल की संपदा समिति के तत्कालीन सदस्यों के परिसरों में तलाशी ले रही है, जिसमें जम्मू कश्मीर बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन निदेशक, तत्कालीन कार्यकारी निदेशक शामिल हैं.'

उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, कई बैंक खाते के विवरण और बैंक लॉकर की चाबियां बरामद की गई हैं. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बैंक ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में अपने शाखा कार्यालय के लिए आकृति गोल्ड के साथ 'शॉर्टलिस्ट' किए गए अन्य बिल्डर की पेशकश की तुलना में बहुत अधिक दर पर सौदा किया, जिससे बैंक को 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. मामले की जांच पहले जम्मू कश्मीर पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने की थी, जिसने प्रारंभिक जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी.

जांच रिपोर्ट में कहा गया कि जम्मू कश्मीर बैंक द्वारा छह नवंबर, 2008 को एक विज्ञापन जारी किया गया था, जिसमें मुंबई के बांद्रा कुर्ला में एकीकृत कार्यालय परिसर के लिए 20,000 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता थी. विज्ञापन पर 25 बिल्डर ने रुचि दिखाई थी और प्राप्त प्रस्तावों में से आठ संपत्तियां आशापुरा बिल्डर्स (हॉलमार्क बिजनेस प्लाजा), पुखराज आकृति, क्रेसेनज़ो (बीकेसी), प्लेटिन बीकेसी, नमन सेंटर, गोल्डन होमलैंड एजेंसियों (वॉकहार्ट), विंडसर और केआरसी टावर्स को ‘शॉर्टलिस्ट’ किया गया था. यह जांच रिपोर्ट प्राथमिकी का हिस्सा है.

यह भी पढ़ें- मोहाली इंटेलिजेंस ऑफिस ब्लास्ट : पुलिस का आतंकी हमले से इनकार, NIA कर सकती है जांच

इन आठ में से, आशापुरा बिल्डर्स द्वारा दी जाने वाली दरें सबसे कम 25,000 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं. आशापुरा बिल्डर्स ने 28 जुलाई, 2009 को अपनी इमारत की तीसरी मंजिल के लिए 30,000 वर्ग फुट के निर्मित क्षेत्र के लिए 22,500 रुपये प्रति वर्ग फुट क्षेत्र की पेशकश की. प्राथमिकी में कहा गया है कि बांद्रा कुर्ला, जोनल कार्यालय और ट्रेजरी में अपनी शाखा के कामकाज के लिए जम्मू कश्मीर बैंक के पास पर्याप्त जगह उपलब्ध थी और इसलिए कोई अतिरिक्त इमारत खरीदने की कोई आवश्यकता नहीं थी.

(एजेंसी इनपुट)

नई दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू-कश्मीर बैंक के मुंबई में कार्यालय के लिए भवन की खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में बैंक के पूर्व अध्यक्ष हसीब द्राबू और कुछ अन्य शीर्ष पूर्व अधिकारियों के परिसर में मंगलवार को तलाशी ली और कई 'महत्वपूर्ण दस्तावेज' बरामद करने का दावा किया. अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने पिछले साल 11 नवंबर को मुंबई में एकीकृत कार्यालय के लिए बैंक द्वारा लगभग 180 करोड़ रुपये में आकृति गोल्ड इमारत की खरीद मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मुंबई, श्रीनगर और जम्मू में आठ स्थानों पर तलाशी ली. अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने जम्मू कश्मीर सरकार के एक संदर्भ पर मामला दर्ज किया था.

उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान बैंक के तत्कालीन निदेशक एमआई शाहदाद और विक्रांत कुठियाला तथा कार्यकारी निदेशक एके मेहता के परिसरों की भी तलाशी ली गई. मामले में दूसरी बार तलाशी अभियान चलाया गया है. चारों बैंक की संपदा समिति के सदस्य भी थे. सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया, 'सीबीआई आज जम्मू, श्रीनगर और मुंबई सहित आठ स्थानों पर निदेशक मंडल की संपदा समिति के तत्कालीन सदस्यों के परिसरों में तलाशी ले रही है, जिसमें जम्मू कश्मीर बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन निदेशक, तत्कालीन कार्यकारी निदेशक शामिल हैं.'

उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, कई बैंक खाते के विवरण और बैंक लॉकर की चाबियां बरामद की गई हैं. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बैंक ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में अपने शाखा कार्यालय के लिए आकृति गोल्ड के साथ 'शॉर्टलिस्ट' किए गए अन्य बिल्डर की पेशकश की तुलना में बहुत अधिक दर पर सौदा किया, जिससे बैंक को 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. मामले की जांच पहले जम्मू कश्मीर पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने की थी, जिसने प्रारंभिक जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी.

जांच रिपोर्ट में कहा गया कि जम्मू कश्मीर बैंक द्वारा छह नवंबर, 2008 को एक विज्ञापन जारी किया गया था, जिसमें मुंबई के बांद्रा कुर्ला में एकीकृत कार्यालय परिसर के लिए 20,000 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता थी. विज्ञापन पर 25 बिल्डर ने रुचि दिखाई थी और प्राप्त प्रस्तावों में से आठ संपत्तियां आशापुरा बिल्डर्स (हॉलमार्क बिजनेस प्लाजा), पुखराज आकृति, क्रेसेनज़ो (बीकेसी), प्लेटिन बीकेसी, नमन सेंटर, गोल्डन होमलैंड एजेंसियों (वॉकहार्ट), विंडसर और केआरसी टावर्स को ‘शॉर्टलिस्ट’ किया गया था. यह जांच रिपोर्ट प्राथमिकी का हिस्सा है.

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इन आठ में से, आशापुरा बिल्डर्स द्वारा दी जाने वाली दरें सबसे कम 25,000 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं. आशापुरा बिल्डर्स ने 28 जुलाई, 2009 को अपनी इमारत की तीसरी मंजिल के लिए 30,000 वर्ग फुट के निर्मित क्षेत्र के लिए 22,500 रुपये प्रति वर्ग फुट क्षेत्र की पेशकश की. प्राथमिकी में कहा गया है कि बांद्रा कुर्ला, जोनल कार्यालय और ट्रेजरी में अपनी शाखा के कामकाज के लिए जम्मू कश्मीर बैंक के पास पर्याप्त जगह उपलब्ध थी और इसलिए कोई अतिरिक्त इमारत खरीदने की कोई आवश्यकता नहीं थी.

(एजेंसी इनपुट)

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