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असम में भाजपा, एजीपी और यूपीपीएल के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बनीं

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Published : Mar 4, 2021, 8:02 PM IST

Updated : Mar 4, 2021, 9:12 PM IST

असम में भारतीय जनता पार्टी, असोम गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के बीच सीट बंटवारे और गठबंधन पर सहमति बन गई है. हालांकि अंतिम सीट शेयरिंग और गठबंधन की घोषणा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा की जाने की संभावना है. ईटीवी भारत संवाददाता गौतम देब रॉय कि रिपोर्ट.

सीट बंटवारे पर सहमति बनीं
सीट बंटवारे पर सहमति बनीं

नई दिल्ली : 'लेन-देन' की नीति के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने असोम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के बीच सीट बंटवारे को बीजेपी के शीर्ष नेताओं और राज्य के नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद नई दिल्ली में लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है. हालांकि अंतिम सीट शेयरिंग और गठबंधन की घोषणा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा की जाने की संभावना है.

भाजपा के सूत्रों की मानें, तो भाजपा और एजीपी दोनों के कई मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं मिल सका है. भाजपा को यूपीपीएल के समर्थन से बोडोलैंड क्षेत्र (बीटीआर) में 3-4 सीटों पर चुनाव लड़ने की भी संभावना है.

गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य के भाजपा नेताओं और एजीपी और यूपीपीएल के नेताओं के साथ दो बैक टू बैक बैठकों के एक दिन बाद पार्टी महासचिव दिलीप सैकिया के साउथ एवेन्यू स्थित आवास पर मुलाकात की.

जानकारी देते संवाददाता

सूत्रों का कहना है कि बैठक में कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर विस्तृत चर्चा हुई, जहां भाजपा और एजीपी दोनों चुनाव लड़ने को तैयार हैं. बीजेपी को अगप से लखीमपुर, बरहामपुर और कमालपुर विधानसभा सीट से दूर करने की संभावना है क्योंकि पार्टी को लगता है कि एजीपी बेल्ट में उसकी अच्छी पकड़ है.

दिलचस्प बात यह है कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत, बरहामपुर सीट से मौजूदा विधायक हैं. हालांकि, बीजेपी एजीपी को हाजो निर्वाचन क्षेत्र देने की भी संभावना है. बीपीटी क्षेत्र की 8-10 सीटों को यूपीपीएल और बाकी बीजेपी को देने की संभावना है.

दिलीप सैकिया के आवास पर बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहेन ने कहा कि वह बाराहमपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं.

गोहेन ने कहा, 'अगर बरहामपुर बीजेपी के साथ रहेगा, तो मुझे सीट से चुनाव लड़ने में दिलचस्पी होगी.

भाजपा के वरिष्ठ नेता और असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. दिलीप सैकिया के आवास पर बैठक के बाद, राज्य के भाजपा नेताओं ने जेपी नड्डा को अंतिम दौर की चर्चा के लिए अपने आवास पर बुलाया.

पढ़ें - चुनाव समिति की बैठक में पहुंचे मोदी, शाह और नड्डा मौजूद

रिपोर्ट लिखे जाने तक, नड्डा के साथ बैठक चल रही है. बीजेपी अध्यक्ष को असम चुनाव के लिए एजीपी और यूपीपीएल के साथ बाद में एक प्रेस वार्ता में सीट वितरण और एलिनेंस की घोषणा करने की संभावना है.

बता दें कि असम में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होगा. पहले चरण में, 12 जिलों की 47 सीटों पर 27 मार्च को मतदान होगा.

दूसरे चरण में, 13 जिलों के 39 निर्वाचन क्षेत्र में 1 अप्रैल को मतदान होगा और 6 अप्रैल को शेष 13 जिलों की 40 सीटों पर चुनाव होंगे. मतों की गिनती 2 मई को होगी.

गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 60 सीटें, एजीपी को 14 और बीपीएफ (भाजपा की पूर्व सहयोगी) को 12 सीटें मिली थीं.

नई दिल्ली : 'लेन-देन' की नीति के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने असोम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के बीच सीट बंटवारे को बीजेपी के शीर्ष नेताओं और राज्य के नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद नई दिल्ली में लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है. हालांकि अंतिम सीट शेयरिंग और गठबंधन की घोषणा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा की जाने की संभावना है.

भाजपा के सूत्रों की मानें, तो भाजपा और एजीपी दोनों के कई मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं मिल सका है. भाजपा को यूपीपीएल के समर्थन से बोडोलैंड क्षेत्र (बीटीआर) में 3-4 सीटों पर चुनाव लड़ने की भी संभावना है.

गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य के भाजपा नेताओं और एजीपी और यूपीपीएल के नेताओं के साथ दो बैक टू बैक बैठकों के एक दिन बाद पार्टी महासचिव दिलीप सैकिया के साउथ एवेन्यू स्थित आवास पर मुलाकात की.

जानकारी देते संवाददाता

सूत्रों का कहना है कि बैठक में कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर विस्तृत चर्चा हुई, जहां भाजपा और एजीपी दोनों चुनाव लड़ने को तैयार हैं. बीजेपी को अगप से लखीमपुर, बरहामपुर और कमालपुर विधानसभा सीट से दूर करने की संभावना है क्योंकि पार्टी को लगता है कि एजीपी बेल्ट में उसकी अच्छी पकड़ है.

दिलचस्प बात यह है कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत, बरहामपुर सीट से मौजूदा विधायक हैं. हालांकि, बीजेपी एजीपी को हाजो निर्वाचन क्षेत्र देने की भी संभावना है. बीपीटी क्षेत्र की 8-10 सीटों को यूपीपीएल और बाकी बीजेपी को देने की संभावना है.

दिलीप सैकिया के आवास पर बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहेन ने कहा कि वह बाराहमपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं.

गोहेन ने कहा, 'अगर बरहामपुर बीजेपी के साथ रहेगा, तो मुझे सीट से चुनाव लड़ने में दिलचस्पी होगी.

भाजपा के वरिष्ठ नेता और असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. दिलीप सैकिया के आवास पर बैठक के बाद, राज्य के भाजपा नेताओं ने जेपी नड्डा को अंतिम दौर की चर्चा के लिए अपने आवास पर बुलाया.

पढ़ें - चुनाव समिति की बैठक में पहुंचे मोदी, शाह और नड्डा मौजूद

रिपोर्ट लिखे जाने तक, नड्डा के साथ बैठक चल रही है. बीजेपी अध्यक्ष को असम चुनाव के लिए एजीपी और यूपीपीएल के साथ बाद में एक प्रेस वार्ता में सीट वितरण और एलिनेंस की घोषणा करने की संभावना है.

बता दें कि असम में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होगा. पहले चरण में, 12 जिलों की 47 सीटों पर 27 मार्च को मतदान होगा.

दूसरे चरण में, 13 जिलों के 39 निर्वाचन क्षेत्र में 1 अप्रैल को मतदान होगा और 6 अप्रैल को शेष 13 जिलों की 40 सीटों पर चुनाव होंगे. मतों की गिनती 2 मई को होगी.

गौरतलब है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 60 सीटें, एजीपी को 14 और बीपीएफ (भाजपा की पूर्व सहयोगी) को 12 सीटें मिली थीं.

Last Updated : Mar 4, 2021, 9:12 PM IST
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