नासिक: आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के नासिक शहर में एक ही समय में बीस से अधिक निर्माण पेशेवरों के यहां छापेमारी की है. इससे शहर के कंस्ट्रक्शन कारोबारियों के बीच हड़कंप मच गया. मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह आयकर विभाग की विभिन्न टीमों ने 20 बिल्डरों के 75 ठिकानों पर छापेमारी की. आयकर विभाग की टीमों ने इन बिल्डरों के आवासों, कार्यालयों, नासिक के मुख्य मार्ग पर उनके प्रबंधकों सहित महत्वपूर्ण व्यक्तियों के आवासों पर छापेमारी की.
इन कंस्ट्रक्शन कारोबारियों में लिस्टेड बिल्डर्स भी शामिल हैं. इससे आयकर विभाग के हाथ कुछ अहम सुराग लगने लगने का भी अनुमान लगाया जा रहा है. आयकर विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में इन टीमों नेकंस्ट्रक्शन कारोबारियों के आवासों, कार्यालयों, फार्म हाउसों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की गई. 75 जगहों पर 150 से ज्यादा आयकर अधिकारियों ने यह कार्रवाई की. ये सभी अधिकारी मुंबई, नासिक, औरंगाबाद, पुणे के बताए जा रहे हैं.
आयकर विभाग की छापेमारी से नासिक के कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में हलचल मच गई, क्योंकि यह छापेमारी अचानक की गई. इन कंस्ट्रक्शन कारोबारियों में शहर के बेहद नामी बिल्डरों नाम शामिल हैं, जिन्हें निशाना बनाया गया. जानकारी यह सामने आ रही है कि यह छापेमारी आयकर चोरी या अघोषित संपत्ति और कुछ अन्य चीजों के लिए की गई है. इस संबंध में गुरुवार शाम तक आधिकारिक जानकारी मिलने के संकेत हैं.
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इस छापेमारी में टीमों ने बिल्डरों के पास मौजूद सभी दस्तावेज, बैंक खाता विवरण आदि की जांच शुरू कर दी है. भावेश बिल्डर, पिंकेश शाह, विलास शाह, मनोज लड्डानी, दीपक चंदे, कृष डेवलपर्स, प्रशांत पाटिल और अन्य सहित नासिक शहर में कार्यालय, घर, फार्महाउस और अन्य निर्माण पेशेवरों पर एक साथ छापे मारे गए. इन छापों से कंस्ट्रक्शन कारोबारियों में हड़कंप मच गया है.