कोल्हापुर: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शनिवार को बेंगलुरु में इसरो कमांड सेंटर का दौरा करने में कुछ भी गलत नहीं है. पीएम मोदी ने बेंगलुरु में शनिवार सुबह में चंद्रयान-3 परियोजना में शामिल वैज्ञानिकों से मुलाकात की. पवार ने यह भी कहा कि वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करना देश के राजनेताओं पर निर्भर है.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, 'अगर प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) बेंगलुरु गए तो मेरे अनुसार यह कोई गलत बात नहीं है. इसरो के वैज्ञानिकों ने देश का मान बढ़ाया है. राजनेताओं को वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने के लिए वहां जाने के लिए किसी तरह के प्रोटोकॉल की जरूरत नहीं है.' पवार ने कहा कि चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद देश की 'प्रतिष्ठा' बढ़ी है.
उन्होंने कहा, 'उनकी कड़ी मेहनत ने पूरी दुनिया को दिखाया है कि चंद्रमा का बहुत बारीकी से अध्ययन किया जा सकता है.' पीएम मोदी ने चंद्रयान -3 परियोजना में शामिल इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी. बुधवार को भारत चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बन गया. प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से चंद्र लैंडर, 'विक्रम' के टचडाउन के अंतिम क्षणों को वर्चुअली देखा.
पीएम मोदी 15 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग गए थे. उन्होंने आज बेंगलुरु में इसरो के टेलीमेट्री ट्रैकिंग और कमांड में देश की पहली चंद्र लैंडिंग परियोजना के वैज्ञानिकों से मुलाकात की. इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी ने उनकी पीठ थपथपाई और चुनौतीपूर्ण चंद्र लैंडिंग मिशन की सफलता के लिए उन्हें गले लगाया. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी चंद्रयान-3 के आखिरी 15 चुनौतीपूर्ण मिनटों को याद करते हुए भावुक हो गए. प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि चंद्रमा पर चंद्रयान -3 की लैंडिंग को चिह्नित करने के लिए 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
(एएनआई)