नई दिल्ली : आयकर विभाग ने सिंचाई और राजमार्ग परियोजनाओं से जुड़े बेंगलुरु के तीन ठेकेदारों के खिलाफ छापे की कार्रवाई में 750 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति बरामद की है. ये तीनों ठेकेदार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र के सहयोगी माने जाते हैं.
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मंगलवार को उक्त जानकारी दी. तलाशी अभियान सात अक्टूबर को शुरु हुआ और चार राज्यों में 47 परिसरों की तलाशी ली गई.
आयकर विभाग के लिए नीति निर्माण करने वाली एजेंसी सीबीडीटी द्वारा जारी बयान के अनुसार, 'ये तीनों समूह फर्जी खरीद, मजदूरों पर जरुरत से ज्यादा खर्च, फर्जी सब-कांट्रैक्ट खर्च की बुकिंग आदि करके अपनी आय को कम करके दिखा रहे थे.'
बयान के अनुसार, 'जांच में पता चला कि एक समूह ने 40 ऐसे लोगों के नाम पर फर्जी सब-कांट्रैक्ट खर्च बुक किए हुए हैं जिनका कंस्ट्रक्शन (विनिर्माण) क्षेत्र से कोई लेना-देना नहीं है.' उसमें कहा गया है कि इन लोगों (40 व्यक्तियों) ने गड़बड़ी की बात स्वीकार की है.
सीबीडीटी ने कहा, 'इन तीन समूहों की तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान 750 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला है.' बयान के अनुसार, 'इनमें से 487 करोड़ रुपये की राशि के संबंध में संबंधित समूहों ने स्वीकार किया है कि यह उनकी अघोषित संपत्ति है.'
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एक समूह ने स्वीकार किया कि उन्होंने 'कामगारों पर आने वाले खर्च को 382 करोड़ रूपये बढ़ाकर दिखाया है.'
सीबीडीटी ने कहा कि एक अन्य समूह ने भी 105 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़ा को स्वीकार किया है. बयान के अनुसार, तलाशी में 4.69 करोड़ रुपये अघोषित नकद, 8.67 करोड़ रुपये कीमत के आभूषण और बुलियन तथा 29.83 लाख रुपये का चांदी मिला है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)