हैदराबाद : आयकर विभाग ने हेटरो फार्मास्यूटिकल समूह पर हाल में की गई छापेमारी के बाद 1200 करोड़ रुपये की बेहिसाबी राशि का पता लगाया है. हालांकि अभी जांच की जा रही है इससे इस राशि के बढ़ने की भी संभावना है.
आयकर विभाग का मानना है कि फर्जी कंपनियों से खरीदारी, कम लाभ और रिपोर्ट में उच्च खर्च दिखाकर आयकर चोरी की गई. आईटी को संदेह था कि हेटरो के द्वारा कच्चे माल के विवरण छुपाया गया जो दवाओं के उत्पादन में जरूरी था. फिलहाल आयकर विभाग ने अध्ययन व जांच के लिए उप निदेशक स्तर के अधिकारी के अधीन टीम नियुक्त की है.
वहीं खुलासा किया गया है कि 100 विशेष टीमों ने हेटरो फार्मा ग्रुप के सीईओ कार्यालयों, निदेशक और मुख्य कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी की. इसी महीने की 6 अक्टूबर से छह राज्यों के 50 स्थानों पर छापेमारी की गई. इस दौरान घर की तलाशी में काफी नकदी मिली. इसके अलावा एक विशेष टीम ने अन्य टीमों के अलावा 3 अपार्टमेंट में छापेमारी कर 142 करोड़ रुपये की राशि जब्त की. इसकी गिनती एसबीआई अधिकारियों की मदद से की गई.
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कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के अफसरों ने 4 किलो सोने के बिस्कुट भी जब्त किए गए. वहीं आयकर विभाग के मुताबिक जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए हैं उसके मुताबिक दो खाता बही का इस्तेमाल किया गया. एक में तथ्य खातों के लिए है जबकि दूसरा नकली खातों के लिए है . आईटी ने इन दोनों किताबों का सारा ब्योरा जुटाया. इसके अलावा अधिकारी पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क से एकत्र की जानकारी की जांच कर रहे हैं. दूसरी तरफ करीब 40 लॉकरों में पैसा, कीमती दस्तावेज, सोना मिला है जिसे जब्त कर जानकारी जुटाई जा रही है.