बेंगलुरु : कर्नाटक में आयकर विभाग ने बेंगलुरु और मंगलुरु स्थित पंजीकृत नौ प्रमुख ट्रस्ट पर 17 फरवरी को छापेमारी की और 15 करोड़ से अधिक नगदी जब्त की है. इसके अलावा 81 किलोग्राम (30 करोड़ रुपये मूल्य के) के सोने के आभूषण, 50 कैरेट हीरे और 40 किलोग्राम चांदी के लेख ट्रस्टियों के आवासीय परिसर से मिले हैं. फिलहाल आगे की जांच जारी है.
यह ट्रस्ट मेडिकल कॉलेजों सहित कई शैक्षणिक संस्थान चला रहे हैं. आयकर विभाग ने कर्नाटक और केरल में लगभग 56 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की थी.
सर्च ऑपरेशन के दौरान विभाग ने पाया कि NEET के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों के ट्रस्टीज और प्रमुख व्यक्तियों द्वारा मेडिकल कॉलेजों में एजेंटों / दलालों और कुछ छात्रों के साथ मिलकर धोखाधड़ी कर रहे हैं.
आयकर विभाग के बताया कि कदाचार के पहले चरण में NEET परीक्षा में कुछ उच्च रैंकिंग वाले छात्र राज्य परामर्श के माध्यम से एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते हैं. हालांकि इनको प्रवेश लेने की इच्छा नहीं होती, जिससे सीटें ब्लॉक हो जाती हैं.
इसके बाद यह छात्र कॉलेज में दाखिला नहीं लेते और एडमिशन प्रक्रिया से अपना नाम वापस ले लेते हैं. इस तरह यह सीट खाली हो जाती है, जिसे बाद में एजेंटों की मदद से NEET में निम्न रैंक वाले छात्रों को दे दी जाती हैं और डोनेशन के नाम पर उनसे बड़ी कीमत वसूल की जाती है. यह रकम एजेंटों के एक नेटवर्क के माध्यम से वसूल की जाती है..
सर्च ऑपरेशन के दौरान आयकर विभाग के हाथ एमबीबीएस, बीडीएस और पोस्ट ग्रेजुएट सीटों के लिए नोटबुक्स, हाथ से लिखी डायरी, एक्सेल शीट जिसमें छात्रों / एजेंटो को प्रवेश के लिए प्राप्त नकदी का विवरण हाथ लगा है.
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इसके अलावा जांच में पाया गया कि प्रबंधन, संकाय, कर्मचारी, मेधावी छात्र और एजेंट ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में हेरफेर कर रहे हैं. इतना ही नहीं एक मेडिकल कॉलेजों में लिखित परीक्षा में मैनेजमेंट कोटा के तहत छात्रों को परीक्षा पास कराने के लिए 'पैकेज की व्यवस्था' की गई है.
फिलहाल आगे की जांच की जा रही है.