गोरखपुर : इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच तमाम देशों के नागरिक वहां फंसे हैं. कई भारतीय छात्र भी वहां फंसे हुए हैं. इनमें से एक शहर के शाहपुर का हर्ष राव भी है. हर्ष इजराइल के तेल अवीव में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गया था. भारत सरकार के 'ऑपरेशन अजेय' के तहत शुक्रवार को वह घर लौट आया. बेटे की वापसी से परिवार के लोग काफी खुश हैं. वहीं हर्ष ने वहां के दहशत भरे माहौल के बारे में कई जानकारियां साझा कीं.
साल 2021 में इजराइल गया था हर्ष : शहर के शाहपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली शिक्षिका निशा राव और साइंटिस्ट पिता गोविंद राव का बेटा हर्ष इजराइल के तेल अवीव यूनिवर्सिटी के फैकेल्टी ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमएस अंतिम वर्ष का छात्र है. हर्ष सन 2021 में छात्रवृत्ति के तहत इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के उद्देश्य से इजराइल के तेल अवीव गया था. इस बीच इजराइल और हमास में जंग छिड़ गई. हमले की तस्वीरें देखकर माता-पिता सिहर उठे. वे लगातार बेटे का हालचाल लेते रहे. बेटे के वतन वापसी के लिए डीएम और सीएम सभी को संदेश भेजा. हर्ष गुरुवार को ही भारत लौटने वाला था लेकिन उसकी फ्लाइट रद्द हो गई. इसके बाद शुक्रवार को वह भारत सरकार के 'ऑपरेशन अजेय' के तहत घर पहुंचा.
उत्तर और साउथ का एरिया ज्यादा प्रभावित : मीडिया से बातचीत में हर्ष ने इजराइल में बीते दहशत भरे पलों के बारे में बताया. छात्र ने कहा कि लगातार राकेटों और बमों की वर्षा के बीच वहां क नागरिक बेहद डरे और सहमे थे. हम लोग जिस जगह पर मौजूद थे, वहां ज्यादा खतरा नहीं था, इसके बावजूद हम लोग बंकर में छिपे थे. वहां का उत्तर और साउथ का एरिया ज्यादा प्रभावित है. हर जगह हमले की ही चर्चा हो रही थी. एक-एक पल दहशत भरे थे. हर वक्त यही सोचता रहता था कि सुरक्षित घर वापसी हो जाए. हर्ष ने बताया कि वह भारत सरकार का आभार जताना चाहते हैं. सरकार की पहल और इजराइल की मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के बीच वह घर पहुंच सके. भारत सरकार का यह अभियान वहां फंसे सभी भारतीयों के लिए संकट मोचन है. हर्ष ने बताया कि उनके साथ गोरखपुर का ही एक छात्र और था, वह अभी तक नहीं लौट सका है.
हालात सामान्य होने पर फिर से जाएंगे इजराइल : हर्ष का कहना है कि युद्ध की स्थिति के बीच उसके मन में सुरक्षा को लेकर सकारात्मक विचार थे. उसे इजरायल की सुरक्षा व्यवस्था पर पूरा भरोसा था. साथ ही यह भी लग रहा था कि किसी भी विषम परिस्थिति में भारत सरकार भी अपने लोगों को वतन वापस ले जाएगी. वहीं हर्ष की मां निशा राव ने कहा कि कुछ देशों में पहले घटनाएं हुईं थीं, उस दौरान भी भारत सरकार ने अपने लोगों को वतन वापस लाने का कार्य किया था. ऐसे में उम्मीद जगी थी कि बेटा सुरक्षित घर पहुंचेगा. हालांकि जब तक वह नहीं पहुंचा तब तक परिवार में कोई चैन से नहीं सो पाया. स्थिति सामान्य होगी तो फिर से बेटा अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वह इजराइल जाएगा.
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