ETV Bharat / bharat

इराकी मौलवी ने पद संभालने पर अमेरिका से तालमेल करने के लिए शर्तें रखीं - इराक से अमेरिकी सैनिकों की वापसी पर बातचीत

इराक के प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने अपने सदरवादी आंदोलन के सत्ता में आने पर अमेरिका और इराक के बीच राजनयिक संबंध पूर्ण संप्रभुता के साथ राज्य-दर-राज्य होने की शर्त है. पढ़ें पूरी खबर...

इराकी मौलवी
इराकी मौलवी
author img

By

Published : Oct 17, 2021, 6:34 PM IST

बगदाद : इराक के प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने अपने सदरवादी आंदोलन के सत्ता में आने पर अमेरिका से तालमेल करने के लिए कई शर्तें रखी हैं. उनकी पार्टी 10 अक्टूबर के संसदीय चुनावों में सबसे आगे दिखाई दी. अल-सदर ने शनिवार को ट्वीट किया, शर्तों में से एक यह है कि अमेरिका और इराक के बीच राजनयिक संबंध पूर्ण संप्रभुता के साथ राज्य-दर-राज्य होने चाहिए.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अल-सदर ने कहा कि इराक से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत गंभीर होनी चाहिए.

उन्होंने वाशिंगटन से आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और इराक को क्षेत्रीय संघर्षों से दूर रखने का भी आह्वान किया.

सोमवार को, इराकी स्वतंत्र उच्च चुनाव आयोग ने चुनावों के प्रारंभिक परिणामों की घोषणा की, जिसमें सदर आंदोलन 70 से अधिक सीटों के साथ आगे था.

पढ़ें : संसदीय चुनाव से पहले इराक का 'विधायी कार्यकाल' समाप्त

इराकी संसदीय चुनाव, मूल रूप से 2022 के लिए निर्धारित थे, भ्रष्टाचार, खराब शासन और सार्वजनिक सेवाओं की कमी के खिलाफ महीनों के विरोध के जवाब में अग्रिम रूप से आयोजित किए गए थे.

(आईएएनएस)

बगदाद : इराक के प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने अपने सदरवादी आंदोलन के सत्ता में आने पर अमेरिका से तालमेल करने के लिए कई शर्तें रखी हैं. उनकी पार्टी 10 अक्टूबर के संसदीय चुनावों में सबसे आगे दिखाई दी. अल-सदर ने शनिवार को ट्वीट किया, शर्तों में से एक यह है कि अमेरिका और इराक के बीच राजनयिक संबंध पूर्ण संप्रभुता के साथ राज्य-दर-राज्य होने चाहिए.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अल-सदर ने कहा कि इराक से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत गंभीर होनी चाहिए.

उन्होंने वाशिंगटन से आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और इराक को क्षेत्रीय संघर्षों से दूर रखने का भी आह्वान किया.

सोमवार को, इराकी स्वतंत्र उच्च चुनाव आयोग ने चुनावों के प्रारंभिक परिणामों की घोषणा की, जिसमें सदर आंदोलन 70 से अधिक सीटों के साथ आगे था.

पढ़ें : संसदीय चुनाव से पहले इराक का 'विधायी कार्यकाल' समाप्त

इराकी संसदीय चुनाव, मूल रूप से 2022 के लिए निर्धारित थे, भ्रष्टाचार, खराब शासन और सार्वजनिक सेवाओं की कमी के खिलाफ महीनों के विरोध के जवाब में अग्रिम रूप से आयोजित किए गए थे.

(आईएएनएस)

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.